संत पापा ने रोम के संत हेनरी पल्ली का दौरा किया
वाटिकन न्यूज
रोम, शनिवार 6 अप्रैल 2024 : संत पापा ने शुक्रवार शाम को रोम धर्मप्रांत के पल्लियों की अपनी नियमित यात्रा फिर से शुरू की है। कल शाम लगभग 4 बजे, वे रोम के उत्तरपूर्वी हिस्से में स्थित कैसल मोनास्तेरो के पड़ोस में संत हेनरी पल्ली का दौरा किया और 35 पुरोहितों से मुलाकात की।
वाटिकन प्रेस कार्यालय ने शुक्रवार को इस यात्रा की घोषणा की।
महामारी के कारण लगे विराम के बाद संत पापा फ्राँसिस सितंबर 2023 से अपने धर्मप्रांत का समय-समय पर दौरा किया। ये यात्राएं 2015 की दया की जयंती के दौरान उनके "शुक्रवार के दया" की निरंतरता का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिसमें संत पापा ने रोम के बाहरी इलाकों पर स्थित पल्लियों की यात्रा की थी।
कठिनाइयों से घिरा स्वागत योग्य पड़ोस
संत हेनरी पल्ली, हाल के महीनों में संत पापा द्वारा दौरा किया गया चौथा पल्ली है। यह 1997 और 1998 के बीच आधुनिक शैली में लकड़ी की संरचना के साथ बनाया गया है और पार्कों और खेल के मैदानों और विभिन्न मध्ययुगीन अवशेषों से घिरा हुआ है।
यह धर्मप्रांत के 11वें भिखारिएट के एक छोटे, कम यातायात वाले स्वागतयोग्य पड़ोस में स्थित है, जहां परिवहन का शोर आक्रामक नहीं लगता है। हालाँकि, स्थानीय निवासी क्षेत्र के परित्याग और उपेक्षा की सामान्य भावना से पीड़ित प्रतीत होते हैं।
पुरोहितों से बातचीत
संत पापा फ्राँसिस अपनी कार से पल्ली पहुंचे। वहाँ धर्माध्यक्ष दानियल सालेरा, पल्ली पुरोहित फादर मासिमिलियानो मेम्मा और भिखारिएट के 35 परोहितों ने उनका स्वागत किया।
संत पापा ने धर्मप्रांत के उस क्षेत्र में आने वाले प्रेरितिक मुद्दों पर पुरोहितों के साथ बंद कमरे में बातचीत की।
पुरोहितों से मुलाकात करने के बाद पल्ली से बाहर निकलते समय, लगभग 50 स्थानीय निवासियों ने संत पापा का स्वागत किया। इनमें मुख्य रूप से दादा-दादी, महिलाएं और स्कूली बच्चों के साथ-साथ पल्ली में काम करने वाली कई धर्मबहनें भी शामिल थीं।
कारागार
रोम की रेबिबिया जेल के कई चैपलिन पुरोहितों को संत पापा ने जेल के अंदर अनुभव की गई कठिनाइयों को साझा करने का अवसर दिया, जिसमें आत्महत्या के उच्च जोखिम के साथ-साथ कैदियों के साथ कलीसिया के मिशन की शुरुआत भी शामिल थी।
धर्माध्यक्ष सालेरा ने मीडिया को बताया कि कुछ पुरोहितों ने संत पापा को सूचित किया कि काम और अध्ययन अक्सर "उनके मार्ग को योग्य बनाने और उन्हें एक नए जीवन के लिए पुनः सक्रिय करने के अवसर होते हैं।"
उन्होंने कहा, "रेबिबिया जेल के चैपलिन पुरोहितों की उपस्थिति ने बातचीत को कैदियों की कठिनाइयों और स्थितियों के इर्द-गिर्द केंद्रित कर दिया।"
दया, युवा, जयंती
सहायक धर्माध्यक्ष के अनुसार, सभी पुरोहित और उपयाजक "इस बैठक से बहुत खुश" थे, जिन्होंने नोट किया कि बातचीत के अन्य विषयों में से एक "दया" था, जो उन लोगों की श्रेणियों को संबोधित करता था जो कलीसिया से दूर महसूस करते हैं, जिनमें वे भी शामिल हैं जिन्होंने पुरोहिताई छोड़ दी है।
आगामी जयंती के आलोक में, संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि "जिस तरह से रोम का धर्मप्रांत धर्मसभा को जी रहा है और पवित्र वर्ष की ओर ले जा रहा है, उससे वे खुश हैं।"
अंत में, धर्माध्यक्ष सालेरा ने कहा कि "पुरोहितों के प्रशिक्षण में महिलाओं की उपस्थिति" विषय पर भी चर्चा की गई।
संत पापा जॉन पॉल द्वितीय का दौरा
संत पापा जॉन पॉल द्वितीय के बाद संत पापा फ्राँसिस संत हेनरी पल्ली का दौरा करने वाले दूसरे परमाध्यक्ष हैं। संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने फरवरी 2002 में चालीसा के पहले रविवार को पल्ली वासियों के साथ पवित्र मिस्सा समारोह की अध्यक्षता की थी। यह पोलिश पापा द्वारा दौरा किया गया 301वां रोमन पल्ली था।
संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने उस समय कहा था "आपका समुदाय एक युवा समुदाय है, अधिकांशतः नवगठित परिवारों से बना है, जो पिछले दशक में पड़ोस में बस गए हैं... कई बच्चे और युवा इसमें रहते हैं, उन्हें खुश करें और पल्ली को जीवंत बनाएं।"
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