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संत पापा फ्राँसिस विश्व बाल दिवस के लिए ओलंपिक स्टेडियम में संत पापा फ्राँसिस विश्व बाल दिवस के लिए ओलंपिक स्टेडियम में  (AFP or licensors)

संत पापा ने प्रथम विश्व बाल दिवस (डब्ल्यूसीडी) में बच्चों के साथ शांति का जश्न मनाया

संत पापा फ्राँसिस ने पहली बार विश्व बाल दिवस (डब्ल्यूसीडी) के लिए रोम के स्टेडियम में एकत्रित बच्चों से युद्ध और अन्याय से पीड़ित अपने साथियों के लिए प्रार्थना करने को कहा और उन्हें बेहतर भविष्य के सपने देखना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

वाटिकन न्यूज

रोम, सोमवार 27 मई 2024 : दुनिया भर के कई देशों से आए करीब 50,000 बच्चे शनिवार दोपहर को रोम के ओलंपिक स्टेडियम में संत पापा फ्राँसिस से मिलने और दुनिया के भविष्य में उनके महत्व पर विचार-विमर्श करने के लिए एकत्र हुए। यह आयोजन पहली बार विश्व बाल दिवस (डब्ल्यूसीडी) के अवसर पर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय “शांति” था।

संत पापा शाम 4.40 बजे अपने पापामोबाइल पर पहुंचे और उनका स्वागत तालियों की गड़गड़ाहट के साथ हुआ और रोम धर्मप्रांत के गायक मंडली द्वारा गाए गए भजन "ए ब्यूटीफुल वर्ल्ड" से उनका स्वागत किया गया।

जीवन और भविष्य के बारे में बच्चों से वार्ता

इसके बाद उन्होंने एक संक्षिप्त परिचयात्मक भाषण के साथ युवा जीवंत दर्शकों को संबोधित किया जिसमें उन्होंने बच्चों से प्रतिक्रियाएँ माँगीं।

संत पापा ने अपने संबोधन की शुरुआत इस बात पर ध्यान दिलाते हुए की कि बच्चों में "जीवन और भविष्य की हर बात होती है", और इस बात की पुष्टि करते हुए कि कलासिया, "एक माँ की तरह", उनका स्वागत करती है और "कोमलता और आशा के साथ" उनके साथ रहती है।

संत पापा ने बताया कि उन्हें 7 नवंबर को वाटिकन में बच्चों के साथ "लड़कों और लड़कियों से सीखें" विषय पर आयोजित बैठक से विश्व बाल दिवस मनाने की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा, "मुझे एहसास हुआ कि हमारी बातचीत जारी रहनी चाहिए और इसे और अधिक बच्चों और युवाओं तक पहुँचाना चाहिए।"

कार्यक्रम का एक और क्षण
कार्यक्रम का एक और क्षण

युद्ध और अन्याय से पीड़ित बच्चों के लिए प्रार्थना करें

इसके बाद संत पापा ने बच्चों से कई सवाल पूछे, जिसमें दुनिया के कई हिस्सों में चल रहे युद्धों से शुरुआत की गई। उन्होंने पूछा, “क्या आप युद्धों से दुखी हैं?”, “क्या युद्ध एक अच्छी चीज़ है?”; “क्या शांति सुंदर है?” संत पापा ने युवा दर्शकों को उन बच्चों के लिए प्रार्थना करने के लिए आमंत्रित किया जो युद्धों से पीड़ित हैं, स्कूल नहीं जा सकते, भूखे हैं, या उपेक्षित हैं।

इसके बाद संत पापा फ्राँसिस ने उनका ध्यान कार्यक्रम के आदर्श वाक्य “देखो, मैं सब कुछ नया बनाता हूँ” (प्रकाशना, 21:5) की ओर आकर्षित किया।  उन्होंने कहा, “यह सुंदर है क्योंकि यह हमें बताता है कि ईश्वर नई चीजों को अस्तित्व में लाते हैं।”

आनंदित बने रहें

अंत में, संत पापा ने बच्चों को साहस और आनंद के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया, जो "आत्मा का स्वास्थ्य" है, यह कहते हुए कि येसु उनसे प्यार करते हैं। उन्होंने उन्हें अपने साथ ‘प्रणाम मरिया’ प्रार्थना का पाठ करने लिए आमंत्रित किया।

कार्यक्रम का एक और क्षण
कार्यक्रम का एक और क्षण

शांति और विश्वास पर एक जीवंत संवाद

अपने अभिवादन भाषण के बाद संत पापा फ्राँसिस ने अपना संवाद जारी रखा, जिसमें पाँच महाद्वीपों का प्रतिनिधित्व करने वाले कुछ बच्चों ने उनसे कई सवाल पूछे।

कोलंबिया के जेरोनिमो ने पूछा, "क्या यह सच है कि शांति हमेशा संभव है?"

संत पापा फ्राँसिस ने एक बार फिर शांति बनाने के लिए माफ़ी माँगने के महत्व को याद किया।

बुरुंडी के लिया मारिस ने पूछा, "बच्चे दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए क्या कर सकते हैं?"

संत पापा ने जवाब दिया, "बहस मत करो, दूसरों की मदद करो।"

इंडोनेशिया की एक लड़की, जहाँ संत पापा फ्राँसिस इस साल सितंबर में दौरा करेंगे, ने पूछा कि वह कौन सा चमत्कार करना चाहेंगे। संत पापा ने कहा, "सभी बच्चों के पास जीने, खाने, खेलने, स्कूल जाने के लिए जो कुछ भी चाहिए वह हो। यह वह चमत्कार है जो मैं करना चाहता हूँ।”

 उन्होंने फेडेरिको नामक एक इतालवी लड़के ने उनसे पूछा कि हम पीड़ित बच्चों की मदद कैसे कर सकते हैं? संत पापा फ्राँसिस ने माना, "ऐसे बच्चे हैं जो अपनी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा नहीं कर पाते। हम सभी को समान होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है।" उन्होंने कहा, "यह स्वार्थ के कारण होता है, अन्याय के कारण...आइए हम सब मिलकर काम करें ताकि दुनिया में इतना अन्याय न हो।"

इसके बाद संत पापा फ्राँसिस ने मौन रखने और दुनिया के उन सभी बदकिस्मत बच्चों के बारे में सोचने को कहा, जिनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है।

इस संवाद के दौरान संगीत, एक छोटा वीडियो और उत्सवी माहौल में इतालवी फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ एक संक्षिप्त फुटबॉल मैच भी खेला गया। विभिन्न देशों के बच्चों द्वारा संत पापा को उपहार और अपनी ड्राइंग भेंट करने के साथ इसका समापन हुआ।

संत पापा ने कहा वे रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघऱ के प्रांगण में फिर से उनसे मिलेंगे, जहाँ वे पवित्र त्रित्व पर्व पर बच्चों के इस पहले विश्व दिवस के लिए पवित्र मिस्सा समारोह की अध्यक्षता करेंगे।

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27 May 2024, 09:37