सन्त पापा बेल्जियम में, युद्ध के बीच यूरोप शांति का प्रकाशस्तंभ
वाटिकन सिटी
ब्रसेल्स, शुक्रवार, 27 सितम्बर 2024 (रेई, एपी, वाटिकन न्यूज़): सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस गुरुवार सन्ध्या बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स पधारे। गुरुवार प्रातः उन्होंने रोम से लक्समबर्ग के लिये प्रस्थान किया था जहाँ उन्होंने यूरोप से आग्रह किया कि वह युद्ध के बीच शांति का प्रकाशस्तंभ बने तथा आप्रवासियों के लिए स्वागत योग्य स्थान बने। किसी समय ईसाई धर्म के गढ़ कहलानेवाले लक्समबर्ग में घटते काथलिक धर्मानुयायियों में विश्वास का ज्योत जगाने हेतु सन्त पापा यूरोप महाद्वीप के मध्य पहुंचे।
बेल्जियम में स्वागत
गुरुवार सन्ध्या लक्समबर्ग से 55 मिनट की विमान यात्रा के बाद सन्त पापा फ्राँसिस ब्रसेल्स के मेल्सब्रोक एयर बेस पहुंचे, जहां से उनकी 46वीं प्रेरितिक यात्रा का दूसरा चरण शुरू हुआ। देश में सन्त पापा का स्वागत करने वाले पहले व्यक्ति थे बेल्जियम के परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष फ्राँकों कोपोला तथा परमधर्मपीठ में बेल्जियम के राजदूत पैट्रिक रेनॉल्ट, जिन्होंने विमान पर जाकर सन्त पापा का स्वागत किया। हवाई अड्डे टर्मिनल पर सलन्त पापा की प्रतीक्षा में मेखेलेन-ब्रसेल्स, मालिनेस-ब्रसेल्स के महाधर्माध्यक्ष ल्यूक टेरलिंडन तथा कलीसियाई, धार्मिक और नागरिक अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मौजूद था।
गार्ड ऑफ ऑनर और सैन्य बैंड द्वारा तथा वाटिकन एवं बेल्जियम के राष्ट्रीय गीतों की धुनों का बजाकर गर्मजोशी से सन्त पापा का स्वागत किया गया। बच्चों के गायन दल ने भी इस अवसर पर गीत गाकर राष्ट्र में सन्त पापा का भावपूर्ण स्वागत किया।
कार्यक्रम
शुक्रवार प्रातः लैकन कासेल में राजा लियोपोल्ड लोडेविज्क मारिया और रानी मैथिल्डे डी'उडेकेम डी'एकोज से सन्त पापा फ्राँसिस शिष्टाचार भेंट कर रहे हैं, तदोपरान्त, देश के उच्चाधिकारियों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर वे देश में अपना पहला आधिकारिक भाषण देंगे।
लक्समबर्ग एवं बेल्जियम की चार दिवसीय यात्रा का एक मुख्य आकर्षण ल्यूवेन के काथलिक विश्वविद्यालय की स्थापना की 600वीं वर्षगांठ मनाना है, जो विश्व के अग्रणी धर्मशास्त्र संकायों में से एक है। रविवार, 29 सितंबर को, यात्रा के अंतिम दिन, सन्त पापा फ्राँसिस ब्रसेल्स स्टेडियम में काथलिक धर्मानुयायियों के लिये ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे, जिसमें लगभग 35,000 से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।
उत्तर-पश्चिमी यूरोपीय देश बेल्जियम की सीमा उत्तर में नीदरलैंड, पूर्व में जर्मनी, दक्षिण-पूर्व में लक्समबर्ग, दक्षिण में फ्रांस और पश्चिम में उत्तरी सागर से लगती है। एक करोड़ 17 लाख की कुल आबादी वाला बेल्जियम दुनिया का 22वां सबसे घनी आबादी वाला देश और यूरोप का छठा सबसे घनी आबादी वाला देश है। डच, जर्मन तथा फ्रेन्च देश की आधिकारिक भाषाएँ हैं। कुल आबादी में से 49 प्रतिशत लोग ख्रीस्तीय धर्म को मानने वाले हैं, जिनमें 44 प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायायी तथा पाँच प्रतिशत अन्य ख्रीस्तीय सम्प्रदाय के लोग शामिल हैं। बेल्जियम की 40 प्रतिशत जनता स्वतः को नास्तिक अथवा किसी भी धर्म को न माननेवाला घोषित करती है, जबकि 07 प्रतिशत लोग यहाँ इस्लाम धर्मानुयायायी है एवं तीन प्रतिशत अन्य धर्मों के अनुयायी हैं।
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