शांति हथियारों से नहीं, बल्कि सुनने, संवाद और सहयोग से बनती है, संत पापा फ्राँसिस
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, शनिवार 21 सितंबर 2924 : विश्व अल्ज़ाइमर दिवस, जो प्रतिवर्ष 21 सितम्बर को मनाया जाता है, इसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना, कलंक से लड़ना, तथा अल्ज़ाइमर रोग से पीड़ित व्यक्तियों और उनकी देखभाल करने वालों के लिए अनुसंधान और समर्थन की हिमायत करना है।
21 सितंबर 2024 - विश्व अल्ज़ाइमर दिवस
इस दिन संत पापा फ्राँसिस ने अलजाइमर रोगियों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करने की अपील की। संत पापा ने सोशल मीडिया के प्लेटफार्म एक्स पर लिखाः “आइए हम सब मिलकर प्रार्थना करें कि चिकित्सा विज्ञान जल्द ही #अल्जाइमर रोग के लिए उपचार के विकल्प उपलब्ध करा सके। रोगियों और उनके परिवारों की सहायता के लिए और अधिक परियोजनाएँ बनाई जाएँ।” #विश्वअल्जाइमरदिवस
"डिमेंशिया पर कार्रवाई करने का समय, अल्जाइमर पर कार्रवाई करने का समय" 2024 में विश्व अल्जाइमर दिवस का विषय है। इस वर्ष की पहल डिमेंशिया से जुड़े लगातार कलंक और भेदभाव को खत्म करने और बीमारी के बारे में सार्वजनिक धारणा में सुधार लाने पर केंद्रित है।
21 सितंबर, 2024 - अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस
दुनिया हर साल 21 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के रूप में मनाती है। यह दिन मानवता द्वारा शांति की संस्कृति को बढ़ावा देने, दुनिया भर में शत्रुता और संघर्ष को रोकने की वकालत करने और बातचीत और शांति शिक्षा के माध्यम से विवादों और मतभेदों को हल करने के लिए मनाया जाता है।
संत पापा फ्राँसिस ने दो ट्वीटकर शांति हासिल करने के लिए अपने दैनिक जीवन में प्रेम के साथ एक दूसरे को धैर्य के साथ सुनने, संवाद और सहयोग से समस्याओं का समाधान करने और दुनिया तो बदलने हेतु सभी को अपना योगदान देने हेतु प्रेरित किया।
1ला संदेशः “#शांति हथियारों से नहीं, बल्कि धैर्यपूर्वक सुनने, संवाद और सहयोग से बनती है। ये ही एकमात्र साधन हैं जो मनुष्य को हमारे संघर्षों को हल करने के योग्य बनाते हैं।”
2रा संदेश: “राष्ट्राध्यक्ष शांति के लिए काम करेंगे या नहीं करेंगे, उनका मूल्यांकन इतिहास द्वारा किया जाएगा। हमारा काम अपने दैनिक कार्यों से प्रेम फैलाना और घृणा को परास्त करना है। इसी के द्वारा हम दुनिया को बदल सकते हैं।” #शांति
संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस के विषय के रूप में ‘शांति की संस्कृति विकसित करना’ चुना है। इस विषय को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा शांति की संस्कृति पर कार्रवाई की घोषणा और कार्यक्रम को अपनाने की 25वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए चुना गया है।
दुनिया भर के राष्ट्र और समुदाय गरीबी और बीमारी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा से जूझ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस हमें याद दिलाता है कि चाहे हम कहीं से भी आए हों या कोई भी भाषा बोलते हों, हम अलग होने की बजाय एक जैसे हैं। यह हमें खुद से बड़ी किसी चीज़ पर विश्वास करने की याद दिलाता है। हम रोजमर्रा के काम और परिवार में उलझे रह सकते हैं। लेकिन कभी-कभी, यह सोचना सेहत के लिए अच्छा होता है कि समुदायों और राष्ट्रों को हमारे आराम के दायरे से बाहर निकलने की जरूरत है।
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