खोज

वाटिकन में स्वीश रक्षक वाटिकन में स्वीश रक्षक  (AFP or licensors)

संत पापाः यानोमामी मूलवासियों के अधिकार की रक्षा करें

यानोमामी मूलवासियों के मौलिक अधिकारों की रक्षा और युद्ध ग्रस्ति लोगों के प्रति संत पापा फ्रांसिस की चिंता।

वाटिकन सिटी

संत पापा फ्रांसिस ने अमोजोन प्रांत के राजनीतिक और सामाजिक अधिकारी से, वेनेजुएला और ब्राजील की सीमा रेखा के बीच रहने वाले यानोमामी मूलवासियों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने की अपील की।

संत पापा फ्रांसिस ने 20 अक्टूवर संत घोषणा धर्मविधि के उपरांत देवदूत प्रार्थना पाठ करने के तद्पश्चात कहा, “मैं राजनीतिक और सामाजिक अधिकारियों से आग्रह करता हूँ कि आप यानोमामी मूलभूतवासियों के मौलिक अधिकारों और उनके मानवीय सम्मान के साथ प्रांतों में हो रहे किसी भी तरह के शोषण की रोखथाम करें।”

नये घोषित संत जुसेप्पे अल्लामानो की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए संत पापा ने कहा कि वे हम ख्रीस्तीयों को उन लोगों के प्रति उत्तरदायी और उनकी देखभाल करने की याद दिलाते हैं जो संवेदनशील या कमज़ोर हैं।

यानोमामी लगभग 35,000 स्वदेशी लोगों का एक समूह है जो वेनेजुएला और ब्राज़ील के बीच स्थित अमाज़ोनिया प्रांत के 200-250 गाँवों में निवास करता है।

मानवीय अधिकार दलों के अनुसार, यानोमामी भूमि पर अक्सर अवैध सोने का खनन होता है, जिसके कारण कई समुदायों में पारा विषाक्तता के साथ-साथ कई सामाजिक और पर्यावरणीय समस्याएं का शिकार होना पड़ रहा है।

युद्ध से प्रभावितों की याद

मिस्सा बलिदान के दौरान संत पापा ने ख्रीस्तीयों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दुहराते हुए इस बात हेतु  आहृवान किया कि वे शांति के लिए प्रार्थना करते हुए उन लोगों की याद करें जो युद्ध और हिंसा के शिकार हैं।

उन्होंने कहा, “आइए हम युद्ध के कारण पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना करना जारी रखें: शहीद फिलिस्तीन, इज़राइल, लेबनान, शहीद यूक्रेन, सूडान, म्यांमार और अन्य देशों के लिए, आइए हम सभों के लिए शांति के उपहार का आह्वान करें।”  

संत पापा पिता ने विश्व मिशन रविवार की विषयवस्तु को याद की, “जाओ और सभों को भोज के लिए निमंत्रण दो।” उन्होंने कहा कि हर ख्रीस्तीय सुसमाचार की घोषणा करते हुए सार्वभौमिक प्रेरिताई में सहभागी होने को बुलाया गया है, ताकि हम सभों का “आनंदमय मिलन प्रभु के संग हो सकें।”

“आइए हम अपनी प्रार्थनाओं और सहायता के माध्यम उन सभी प्रेरितों का समर्थन करें जो पृथ्वी के हर हिस्से में सुसमाचार के उज्ज्वल संदेश को घोषित करने हेतु महान त्याग करते हैं।”

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

21 October 2024, 15:45