पोप ने 7 अक्टूबर को विश्व शांति हेतु प्रार्थना एवं उपवास का आह्वान किया है
वाटिकन न्यूज
पोप फ्राँसिस ने 7 अक्टूबर को इस्राएल-हमास युद्ध की शुरुआत के एक साल होने पर प्रार्थना और उपवास का दिन रखने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, "हमारे इतिहास के इस नाटकीय समय में, जबकि युद्ध की हवाएं और हिंसा की आग सभी लोगों और राष्ट्रों को तबाह कर रही हैं, ख्रीस्तीय समुदाय को "मानवता की सेवा में लगने" के आह्वान की याद दिलाई जाती है।
संत पापा ने यह बात संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में सिनॉड की महासभा के दूसरे सत्र के उद्घाटन के लिए ख्रीस्तयाग के दौरान कही। उन्होंने धर्मसभा के सभी सदस्यों को वर्षगांठ से एक दिन पहले, 6 अक्टूबर को, संत मरिया मेजर महागिरजाघर आने का आमंत्रित किया, जहाँ, उन्होंने कहा, वे शांति के लिए "माता मरियम को एक हार्दिक निवेदन चढ़ायेंगे।"
संत पापा ने सभी से आग्रह करते हुए कहा, “आइये, हम एक साथ यात्रा करें, प्रभु को सुनें और पवित्र आत्मा की शीतल वायु से संचालित हों।”
एक लम्बी परम्परा
पोप फ्राँसिस के पूरे परमाध्यक्षीय काल में युद्ध क्षेत्रों के लिए उपवास और प्रार्थना के दिन हमेशा रहे हैं। अपने चुनाव के छह महीने बाद, 7 सितंबर 2013 को, पोप ने सीरिया में शांति के लिए प्रार्थना करने हेतु संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में हजारों लोगों को इकट्ठा किया था।
2017 में, उन्होंने कोंगो और दक्षिण सूडान के लिए प्रार्थना और उपवास का आह्वान किया था। 2020 में, बेरूत बंदरगाह विस्फोट के मद्देनजर, उन्होंने लेबनान के लिए भी यही आग्रह किया था। 2021 में, पोप ने अफ़गानिस्तान में प्रार्थना और उपवास का आह्वान किया था, और उसके बाद संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एक भावपूर्ण समारोह में, उन्होंने यूक्रेन और रूस को मरियम के बेदाग हृदय को समर्पित किया।
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