सिनॉड महासभा के दूसरे सत्र शुरू होने की पूर्व संध्या जागरण प्रार्थना सिनॉड महासभा के दूसरे सत्र शुरू होने की पूर्व संध्या जागरण प्रार्थना  (ANSA)

जागरण प्रार्थना में पोप : हम याचक के रूप में ईश्वरीय करुणा की भीख मांगते हैं

पोप फ्राँसिस ने मंगलवार को धर्मसभा के सदस्यों और प्रतिभागियों के लिए जागरण प्रार्थना का नेतृत्व दिया, जिसमें उन्होंने हमारे पापों के लिए शर्मिन्दगी व्यक्त की तथा ईश्वर और उन लोगों से क्षमा मांगी जिन्हें हमने नुकसान पहुंचाया है।

वाटिकन सिटी, बुधवार, 2 अक्टूबर 2024 (रेई) : दुर्व्यवहार, युद्ध और उदारता की कमी से घायल, लोगों की गवाही के साथ प्रायश्चित की धर्मविधि में, पोप फ्राँसिस ने ईश्वर से और उन लोगों से क्षमा मांगी जो हमारे पापों के कारण पीड़ित हैं।

प्रायश्चित की जागरण प्रार्थना धर्माध्यक्षों की धर्मसभा (सिनॉड) की सोलहवीं महासभा के दूसरे सत्र के, बुधवार को औपचारिक उद्घाटन से पहले, दो दिवसीय आध्यात्मिक साधना के अंत में सम्पन्न हुई।

पापस्वीकार

समारोह के दौरान, सात कार्डिनलों ने लज्जा व्यक्त की और शांति, पर्यावरण, महिलाओं की गरिमा और गरीबों के विरुद्ध किए गए पापों के लिए "कलीसिया में सभी की ओर से" क्षमा मांगी; दुर्व्यवहार के पापों के लिए और दूसरों पर "पत्थर फेंकने" के लिए धर्मसिद्धांत का उपयोग करने के लिए; और धर्मसभा के विरुद्ध किये गये पापों के लिए क्षमा मांगी।

संत पापा ने कहा, "मैं कुछ कार्डिनलों द्वारा पढ़े गए दुर्व्यवहार के अनुरोधों को लिखना चाहता था, क्योंकि हमारे प्रमुख पापों को नाम से पुकारना आवश्यक है।"

पापस्वीकार के बाद अपने चिंतन में, संत पापा ने इस बात पर जोर दिया कि कलीसिया, "अपने विश्वास और घोषणा के सार में, सदैव संबंधपरक होती है - और केवल बीमार संबंधों को ठीक करके ही हम एक धर्मसभा कलीसिया बन सकते हैं।"

उन्होंने कहा, "हम मिशन में विश्वसनीय कैसे हो सकते हैं, यदि हम अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं करते और अपने पापों से हुए घावों को भरने के लिए आगे नहीं आते?"

फरीसी और चुंगी लेनेवाले का दृष्टांत

सुसमाचार पाठ पर चिंतन करते हुए, जिसमें येसु के अभिमानी फरीसी और पश्चातापी चुंगी जमा करनेवाले के दृष्टांत का वर्णन किया गया है, पोप फ्रांसिस ने विश्वासियों को यह विचार करने के लिए आमंत्रित किया कि कलीसिया में हमने कितनी बार फरीसी की तरह काम किया है।

कितनी बार हमने पूरा स्थान, अपने शब्दों, अपने न्याय, अपने पद और अपनी धारणाओं के लिए लिया है कि केवल हम योग्य हैं।

इसके बजाय, पोप फ्राँसिस ने कहा, "आज हम सभी चुंगी लेनेवाले की तरह हैं, हमारी आँखें झुकी हुई हैं और हम अपने पापों से शर्मिंदा हैं। हम भी पीछे खड़े हैं, अहंकार, पाखंड और घमंड के कब्जे वाली जगह को खाली कर रहे हैं।"

विश्वास बहाल करना

पोप फ्राँसिस ने कहा कि धर्मसभा के उद्घाटन की पूर्व संध्या पर मंगलवार की प्रायश्चित प्रार्थना, "कलीसिया में और उसके प्रति विश्वास बहाल करने का एक अवसर है, जो हमारी गलतियों और पापों से टूट गया है; और उन घावों को भरने का अवसर है जो खून बहना बंद नहीं कर रहे हैं।"

पोप ने कहा कि हम "अपने पाप की मानवता" के बोझ तले दबे हुए हैं, "हम नहीं चाहेंगे कि यह बोझ इतिहास में ईश्वर के राज्य की यात्रा को धीमा कर दे।" अंत में, पोप फ्राँसिस ने युवा पीढ़ी की ओर रुख किया, "जो हमारी गवाही का इंतजार कर रहे हैं," और क्षमा मांगी, "अगर हम विश्वसनीय गवाह नहीं रहे।"

क्षमा याचना

अपने चिंतन के बाद, पोप फ्राँसिस ने ईश्वर से प्रार्थना में क्षमा के लिए निवेदन का सारांश देते हुए कहा, "हम अपने सभी पापों के लिए आपसे क्षमा मांगते हैं; हमें आपके चेहरे को फिर से स्थापित करने में मदद करें जिसे हमने अपनी बेवफाई के कारण विकृत कर दिया है। हम शर्म महसूस करते हुए उनसे क्षमा मांगते हैं जो हमारे पापों से घायल हुए हैं।"

और उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि वे हमें “सच्चे परिवर्तन के लिए सच्चे पश्चाताप का साहस प्रदान करें।”

शांति का चिन्ह और सुसमाचार का प्रसार

पश्चाताप जागरण प्रार्थना के समापन पर, पोप फ्रांसिस ने उपस्थित लोगों को शांति का चिन्ह देने के लिए आमंत्रित किया।

संत पापा ने स्वयं उन लोगों को शांति का चिन्ह दिया जिन्होंने समारोह में पहले अपनी गवाही दी थी : एक युवक और एक युवती, एक सेमिनरी छात्र और एक धर्मबहन को। युवा प्रतिनिधियों को, पोप फ्रांसिस ने सुसमाचार की एक प्रति भेंट की, और उन्हें तथा उनके समकालीनों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुसमाचार की घोषणा करने का आदेश दिया, इस उम्मीद से कि "एक बेहतर मिशन, ईश्वर के राज्य के तर्क के प्रति और अधिक वफादार होगा।"

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02 October 2024, 16:04