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कार्डिनल अलेसांद्रे दू नासिमेंतो कार्डिनल अलेसांद्रे दू नासिमेंतो  

पोप ने दिवंगत कार्डिनल नासिमेंतो की उपलब्धियों के लिए धन्यवाद दिया

लुआंडा के महाधर्माध्यक्ष को संबोधित एक तार संदेश में संत पापा फ्राँसिस ने कार्डिनल अलेसांद्रे दू नासिमेंतो की मृत्यु पर अपना गहरा दुःख व्यक्त किया है तथा जरूरतमंद लोगों के प्रति उनकी देखभाल और सेवा को याद किया है।

वाटिकन न्यूज

पोप फ्राँसिस ने सोमवार को अंगोला के कार्डिनल अलेसांद्रे दू नासिमेंतो के निधन पर दुःख व्यक्त किया, जिनका 99 वर्ष की आयु में शनिवार, 28 सितंबर को निधन हो गया।

कार्डिनल, उन धर्माध्यक्षों में से एक थे जिन्होंने अफ्रीकी कलीसिया को नई शताब्दी में नेतृत्व करने में मदद की थी, उन्हें अपनी सेवा के दौरान खतरे का सामना करना पड़ा जब 15 अक्टूबर 1982 को उन्हें एक प्रेरितिक यात्रा के दौरान हथियारबंद लोगों के एक समूह द्वारा अपहरण कर लिया गया, जिन्होंने उन्हें 16 नवंबर को रिहा किया। संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने रविवार, 31 अक्टूबर को देवदूत प्रार्थना के दौरान उनकी रिहाई की अपील की थी।

1984 में चालीसा के दौरान, वे रोमन क्यूरिया के आध्यात्मिक साधना में उपदेश देने के लिए वाटिकन में थे। उन्हें 1986 में लुआंडा का धर्माध्यक्ष नियुक्त किया गया था और 2001 तक वे उस महाधर्मप्रांत के प्रमुख रहे।

लुआंडा के महाधर्माध्यक्ष, दोम फिलोमेनो दू नसिमेंतो विएरा को संबोधित एक टेलीग्राम में, पोप ने कहा कि वे अंगोला के पुरोहितों, धर्मसमाजियों और महाधर्मप्रांत के सभी विश्वासियों के साथ-साथ कार्डिनल के परिवार के सदस्यों के साथ अपना दुःख साझा करते हैं।

उन्होंने “अंगोला में ऐसे प्रतिष्ठित चरवाहे के जाने से दुःखी सभी लोगों के प्रति अपनी निकटता व्यक्त की।”

संत पापा ने यह भी याद किया कि कार्डिनल “अलेसांद्रे ने मुश्किल और संकटपूर्ण समय में अपने झुंड की कितनी देखभाल की, जो सभी के लिए मानवता के भले समारी येसु के दयालु चेहरे की अभिव्यक्ति थी।”

ख्रीस्त पर विश्वास एवं अनन्त जीवन में भरोसा 

उन्होंने कहा, "मसीह में उनके विश्वास और अनंत जीवन की आशा ने उन्हें एक साहसी और स्वतंत्र व्यक्ति बनाया, जो आम भलाई के लिए अपने कदमों को निर्देशित करने में सक्षम थे, जिसमें गरीबों और जरूरतमंदों के लिए उनके उत्साह में परमधर्मपीठ के साथ सहयोग करना शामिल था, क्योंकि उन्होंने कारितास इंटरनैशनल की दिशा का मार्गदर्शन किया।" पोप ने दिवंगत कार्डिनल की उपलब्धियों के लिए प्रभु को धन्यवाद देते हुए समापन किया। उन्होंने प्रार्थना की कि "वे इस वफादार सेवक को दया के प्रकाश से आलोकित करें और उनके लिए जीवन की पूर्णता के द्वार खोलें”, साथ ही साथ उन्होंने अंतिम संस्कार में भाग लेनेवाले सभी लोगों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

 

 

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01 October 2024, 15:40