संत पापा: जेंडरमरी, स्वर्गदूतों की तरह निगरानी करते हैं
वाटिकन सिटी
संत पापा फ्रांसिस ने वाटिकन जेंडरमरी रक्षकों के संरक्षक संत, स्वर्गदूत माईकल स्वर्गदूत के पर्व पर मिस्सा बलिदान अर्पित करते हुए वाटिकन पुलिस बल को अपने कर्तव्यों का पालन हमेशा की तरह ईश्वर की कोमलता में करने का निमंत्रण दिया।
संत पापा फ्रांसिस के कहा कि वाटिकन जेंडरमेरी सुरक्षा बल स्वर्गदूत संत माइकल के पदचिन्हों पर चलता है, "वे स्वर्गदूतों की तरह हैं जो हमारी रक्षा करते हैं और वाटिकन को अपनी सेवा देते हैं।” 05 अक्टूबर शनिवार शाम को, संत पापा फ्रांसिसन ने संत माईकेल महादूत के पर्व का ख्रीस्तीयाग अर्पित करते हुए वाटिकन पुलिस बल के संरक्षक दूत का त्योहर मानाया और उनके कार्यों की सराहना की।
खराब मौसम के कारण प्रार्थना सभा को पारंपरिक स्थान, वाटिकन गार्डन के तीर्थस्थल, लूर्द के गोरोटो से संत पेत्रुस के महागिरजाघर, संत पेत्रुस के सिंहासन पर स्थानंतरित किया गया।
'बुराई के खिलाफ हम अकेले नहीं
संत पापा फ्रांसिस ने अपने प्रवचन की शुरुआत संघर्ष की वास्तविकता को बताते हुए की, जो ख्रीस्तीयों के रूप में, “हमारे दिलों में, हमारे जीवन में, हमारे परिवारों में, हमारे लोगों में और हमारी कलीसिया में होती है।”
उन्होंने कहा कि संघर्ष के बिना, “हम पराजित हो जाएंगे,” संत पापा ने आगे अपने प्रवचन में कहा कि वाटिकन की निगरानी की जिम्मेदारी “स्वर्गदूतों को” सौंपी गयी है। “शैतान हमेशा मनुष्य को नष्ट करने की कोशिश करता है, वह चीजों को इस भांति पेश करता है मानो वे अच्छी हों, लेकिन उसका इरादा मानव का विनाश है। सौभाग्यवश हम इस लड़ाई में अकेले नहीं हैं, ईश्वर ने महादूतों को हमारी रक्षा के लिए नियुक्त किया है।”
ईश्वर की कोमलता
संत पापा ने जेंडरमेरी के कार्य के लिए धन्यवाद दिया, और याद दिलाया कि हममें से प्रत्येक के लिए एक देवदूत है, "जो हमें कभी अकेला नहीं छोड़ता और हमें अपनी रास्ता में बनाये रखता है।” उन्होंने कहा कि ये रक्षक देवदूत जेंडरमेरी को कभी अकेला नहीं छोड़ते, जिनका “कार्य मूल्यवान” है। यह “सबसे अधिक कलीसिया के लिए एक अमूल्य सेवा” का प्रतिनिधित्व करता है। जेंडरमेरी वाटिकन और इसके बाहरी क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों का स्वागत करने का कार्य करते हैं। संत पापा फ्रांसिस ने कहा, "अक्सर आप ही सबसे पहले और कभी-कभी एकमात्र ऐसे चेहरे हैं, जिनसे मैं पहले हूँ।”
परिवारों का धैर्य
संत पापा ने जेंडरमेसी के परिवारों के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका काम उनके प्रियजनों के "धैर्य" और "समझ" के बिना "संभव नहीं है"।
उन्होंने उन क्षणओं के लिए माफ़ी मांगी जहाँ वे पति, पिता, बेटे या भाई के घरों में समय नहीं बिता सकते "क्योंकि उन्हें अपने उत्तदायित्व का निर्वाहन करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि यह आसान नहीं है, और इस कारण से, मैं आपके परिवारों और आपके सभी प्रियजनों को धन्य कुंवारी, परिवारों की रानी और संत माईकेल स्वर्गदूत की सुरक्षा में सौंपता हूँ, ताकि मनुष्य उस चीज़ को विभाजित न करे जिसे ईश्वर ने एकजुट किया है।"
एकता संघर्ष से ऊपर
संत पापा फ्रांसिस ने आज की प्रार्थना के पाठों पर ध्यान आकर्षित करते हुए अपने प्रवचन के अंत में "हमेशा" एकता की तलाश करने का आग्रह किया।
"याद रखें कि एकता हमेशा संघर्ष से ऊपर है। एकता संघर्ष से ऊपर है।” संत पापा ने प्रार्थना करते हुए अपने कृतज्ञता के भाव दुहराये और कहा कि प्रभु वाटिकन जेंडरमेरी को “बुद्धि और धैर्य” प्रदान करें, जिससे वे अपनी “हास्य-भावना” खोए हमारी सहायता करते रहें।
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