विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्लू एम ओ) की महासचिव चेलेस्ते साउलो से मुलाकात करते संत पापा फ्रांँसिस विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्लू एम ओ) की महासचिव चेलेस्ते साउलो से मुलाकात करते संत पापा फ्रांँसिस 

चेलेस्ते साउलो : ‘हम जलवायु परिवर्तन पर पोप फ्राँसिस की चिंता सा

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्लू एम ओ) की महासचिव चेलेस्ते साउलो ने वाटिकन न्यूज से पोप फ्राँसिस के साथ हुई अपनी बातचीत के बारे में बात की, जिसमें उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ठोस प्रयासों की तत्काल आवश्यकता पर चर्चा की।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, शनिवार, 23 नवंबर 2024 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को विश्व मौसम विज्ञान संगठन जो मौसम विज्ञान, जल विज्ञान और संबंधित गतिविधियों के समन्वय के लिए जिम्मेदार संयुक्त राष्ट्र एजेंसी है, की महासचिव चेलेस्ते साउलो से मुलाकात की।

बातचीत के दौरान उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर अपनी साझा चिंताओं पर चर्चा की तथा जलवायु कार्रवाई की तात्कालिकता पर सहमति व्यक्त की।

पोप से मुलाकात के उपरांत वाटिकन न्यूज से बात करती हुई साउलो ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसी इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर परमधर्मपीठ और अन्य धर्मों के साथ घनिष्ठ सहयोग की आशा कर रही है, जो हमारे ग्रह और मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती है।

साउलो ने कहा, "पोप फ्राँसिस जलवायु परिवर्तन के बारे में बहुत चिंतित हैं, और मुझे लगता है कि विश्व मौसम विज्ञान संगठन वाटिकन के साथ मिलकर हमारे साझा घर की रक्षा के लिए कई काम कर सकता है।"

साउलो ने बतलाया कि डब्लू एम ओ द्वारा निगरानी किए जानेवाले सभी संकेतक, चाहे वह वैश्विक तापमान में वृद्धि हो, समुद्र के बढ़ते स्तर हों या ग्लेशियरों का पिघलना हो, बदतर ही होते जा रहे हैं, जिसका अर्थ है कि "हम गलत दिशा में जा रहे हैं।" उन्होंने कहा, "इसका पलायन, बच्चों, महिलाओं, आदिवासियों, अधिक असुरक्षित लोगों पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा, जो सबसे अधिक पीड़ित हैं।"

बदलते मौसम पैटर्न सबसे ज़्यादा प्रभावित कर रहे हैं

उन्होंने बताया कि सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन हैं, साथ ही छोटे द्वीपीय विकासशील देश भी हैं जो बढ़ते समुद्री स्तर की अग्रिम पंक्ति में हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, "हमें जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों से बचने के लिए उनकी मदद करने की जरूरत है।"

जलवायु परिवर्तन पर धर्मों का योगदान

सुश्री साउलो के अनुसार, धर्म जलवायु कार्रवाई और आशा निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं: उन्होंने कहा, "कार्रवाई विज्ञान द्वारा सूचित होनी चाहिए, लेकिन विश्वास द्वारा प्रेरित।" उन्होंने भविष्य में वाटिकन के साथ घनिष्ठ सहयोग की आशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हमारा एक साझा एजेंडा है और हम लोगों के जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।"

 

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23 November 2024, 15:00