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फैमविन होमलेस एलायंस के मार्क मैक्ग्रीव और नताली मोंटेज़ा फैमविन होमलेस एलायंस के मार्क मैक्ग्रीव और नताली मोंटेज़ा 

संत पापा हाशिए पर पड़े लोगों के लिए बने घरों की "13 चाबियों" को आशीष देंगे

गरीबों के विश्व दिवस पर, संत पापा फ्राँसिस विन्सेंशियन "13 हाउसेस" परियोजना के माध्यम से बेघर लोगों को घर देने के वैश्विक प्रयासों का प्रतिनिधित्व करने वाली 13 प्रतीकात्मक चाबियों को आशीर्वाद देंगे।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, शनिवार 16 नवम्बर 2024 : इस साल के विश्व गरीब दिवस के दौरान कुछ अलग हो रहा है। संत पेत्रुस महागिरजाघर में पवित्र मिस्सा समारोह की अध्यक्षता करने से पहले, संत पापा फ्राँसिस "13 चाबियाँ" या कहें, 13 मूर्तियों को आशीर्वाद देंगे, जिनमें से प्रत्येक एक कुंजी का प्रतिनिधित्व करती है। यह संकेत, जो दुनिया भर में जरूरतमंद लोगों के लिए कलीसिया की निकटता को दर्शाता है, "13 हाउसेस" परियोजना में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो ‘फैमविन होमलेस एलायंस’ द्वारा संचालित एक वैश्विक पहल है।

फैमविन होमलेस एलायंस के समन्वयक मार्क मैकग्रीवे के अनुसार, यह परियोजना संत विंसेंट डी पॉल की धर्मार्थ विरासत से प्रेरित है, जिन्होंने 1643 में तत्कालीन राजा लुई तेरहवें द्वारा उन्हें दी गई शाही वसीयत का उपयोग करके पेरिस में सड़क पर रहने वाले बच्चों के लिए 13 घर स्थापित किए थे। इन घरों ने बच्चों को आश्रय देने के अलावा उन्हें शिक्षा और जीवन कौशल प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर होने में मदद की।

विंसेंशियन करिस्मा में निहित एक दृष्टि

वाटिकन न्यूज़ की पत्रीसिया येनेस्ट्रोज़ा से बात करते हुए, मैकग्रीवे ने बताया कि संत विंसेंट डी पॉल की 400वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 2017 में ‘फैमविन होमलेस एलायंस’ की शुरुआत की गई थी। उन्होंने कहा, "दुनिया भर में विंसेंशियन परिवार की 160 शाखाएँ हैं"।

"13 हाउसेस" परियोजना का उद्देश्य उन 160 देशों में से प्रत्येक में प्रतीकात्मक घर बनाना है जहाँ विंसेंशियन परिवार सक्रिय है, जिसका लक्ष्य लगभग 10,000 ज़रूरतमंद लोगों को घर देना है। यह परियोजना आवास निर्माण और सामुदायिक भवन जैसी तत्काल सहायता को संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्थाओं में वकालत के प्रयासों सहित प्रणालीगत परिवर्तन के साथ जोड़ती है।

"13 चाबियों" का प्रतीक

"13 चाबियों" की अवधारणा जयंती वर्ष की पहल से उपजी है, जिसमें संत पापा फ्राँसिस ने फैमविन होमलेस एलायंस के काम पर प्रकाश डाला था। मैकग्रीवे ने बताया कि चाबियाँ 13 देशों में निर्मित घरों का प्रतिनिधित्व करती हैं: सीरिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कंबोडिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चिली, कोस्टा रिका, इटली, सेनेगल, तंजानिया, टोंगा, यूनाइटेड किंगडम और यूक्रेन।

मैकग्रीवे ने कहा, "यूके जैसे कुछ देशों में, परियोजना में एक एकल बहु-परिवार भवन शामिल है।" "सीरिया में, जहाँ संत पापा फ्राँसिस ने व्यक्तिगत रुचि दिखाई है, दमिश्क और होम्स जैसे शहरों में 13 घर बनाए जाएँगे"। मैकग्रीवे ने आगे कहा, "इसका उद्देश्य यह प्रदर्शित करना है कि आवास परियोजनाएँ न केवल विकसित देशों में बल्कि युद्ध और अकाल से प्रभावित क्षेत्रों में भी सफल हो सकती हैं।"

13 देश इस परियोजना की विविधता का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो सभी पाँच महाद्वीपों में फैली हुई है। मैकग्रीवे ने जोर देते हुए कहा, "यह पहल आगे की कार्रवाई के लिए उत्प्रेरक का काम करती है और हमें उम्मीद है कि यह कलीसिया के भीतर अन्य लोगों को भी इसी तरह के प्रयास करने के लिए प्रेरित करेगी।"

इस परियोजना की विशालता और इसके काम के लिए संत पापा का समर्थन, दुनिया भर में अपने झुंड के साथ निकटता का प्रतीक भी है। इन कारणों से ही, जब वे दुनिया के सभी कोनों तक अपनी निकटता दिखाने के लिए आगे बढ़ते हैं, तो उन्हें "परिधीय क्षेत्रों का पोप" कहा जाता है।

आशा और नवीनीकरण

रविवार को 13 चाबियों का आशीर्वाद, वास्तव में, गरीबों और हाशिए पर पड़े लोगों की सहायता करने में कलीसिया के काम की एक मजबूत याद दिलाएगा। अगले साल, परियोजना में प्रतिनिधित्व करने वाले 13 देशों में से प्रत्येक के परिवार अपने नए घरों की "चाबियाँ" प्राप्त करने के लिए वाटिकन की यात्रा करेंगे।

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16 November 2024, 14:42