इटली की पूर्व विदेशमंत्री और यूरोपीय संसद की सदस्य एम्मा बोनिनो से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस इटली की पूर्व विदेशमंत्री और यूरोपीय संसद की सदस्य एम्मा बोनिनो से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस  (Vatican Media)

पोप ने इतालवी सांसद के घर का दौरा किया

पोप फ्राँसिस पोंटिफिकल ग्रेगोरियन यूनिवर्सिटी के दौरे के बाद वाटिकन लौटते समय इटली की पूर्व विदेशमंत्री और 'प्यू यूरोपा' पार्टी की नेता एम्मा बोनिनो से मिलने के लिए रोम के मध्य में रुके। उन्हें अक्टूबर के मध्य में सांस संबंधी समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था और हाल ही में वे घर लौटी हैं।

वाटिकन न्यूज

पोप फ्राँसिस ने इटली की पूर्व विदेशमंत्री और यूरोपीय संसद की सदस्य एम्मा बोनिनो के घर का दौरा किया, जो इटली की "प्यू यूरोपिया (अधिक यूरोप)" राजनीतिक पार्टी की प्रमुख भी हैं। पोप ने मंगलवार की सुबह पोंटिफिकल ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय की अपनी यात्रा के बाद मध्य रोम में रुककर संस्थान के शैक्षणिक समुदाय से मुलाकात की। 76 वर्षीय एम्मा बोनिनो को हाल ही में अस्पताल से छुट्टी मिली है, जहां उन्हें सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

आकस्मिक मुलाकात

पोप उनसे मिलना चाहते थे, जो एक आकस्मिक मुलाकात थी। उनके घर से बाहर निकलते समय, लोगों ने पोप से उनकी यात्रा के बारे में पूछा कि वे कैसी हैं, क्योंकि वे पहले कैंसर से जूझ रही थीं। पोप ने जवाब दिया, "बहुत अच्छी....वे हमेशा सौहार्दपूर्ण रहती हैं।"

पिछली मुलाकातें

पोप फ्राँसिस और एम्मा बोनिनो पहले भी कई बार मिल चुके हैं, जिसकी शुरुआत नवंबर 2015 में हुई थी जब उन्होंने पॉल छठवें  हॉल में बुधवार के आमदर्शन समारोह में भाग लिये थे। बोनिनो ने इतालवी फाउंडेशन ‘ला फब्रिका देला पाचे’ द्वारा शरणार्थी बच्चों के पक्ष में नई पहल प्रस्तुत की।

8 नवंबर 2016 को पोप फ्राँसिस ने उनसे प्रेरितिक प्रासाद में निजी तौर पर मुलाकात की थी। उस समय वाटिकन प्रेस कार्यालय ने बताया था कि "बातचीत में मुख्य रूप से प्रवासी प्रवाह, प्रवासियों का स्वागत और समाज में उनके एकीकरण के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया।"

प्रवासियों के पक्ष में एम्मा बोनिनो के काम को देखते हुए, पोप फ्रांसिस ने 2015 में इटली के कोरिएरे देला सेरा अखबार के निदेशक लुसियानो फोंताना के साथ संत मर्था आवास में एक अनौपचारिक मुलाकात के दौरान उनके प्रयासों की प्रशंसा की थी। उस अवसर पर, पोप ने उल्लेख किया था कि कैसे उन्होंने देश को अफ्रीका को जानने में मदद करके इटली की महान सेवा की है।

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05 November 2024, 16:57