ख्रीस्त राजा महोत्सव पर संत पापा : प्रेम और सत्य से कभी पीछे न हटें
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, सोमवार 25 नवम्बर 2024 : जब कलीसिया ख्रीस्त राजा के पर्व पर वार्षिक विश्व युवा दिवस मना रहा था, तो संत पापा फ्राँसिस ने डब्ल्यूवाईडी क्रूस और मरिया सालुस पॉपुली रोमानी के प्रतीक को सौंपे जाने के साक्षी बने।
रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघऱ में पवित्र मिस्सा समारोह के समापन पर, कई पुर्तगाली युवाओं ने दक्षिण कोरिया के एक प्रतिनिधिमंडल को डब्ल्यूवाईडी क्रूस और मरिया सालुस पॉपुली रोमानी के प्रतीक सौंपे, क्योंकि वे 2027 में सियोल में विश्व युवा दिवस की मेजबानी करने की तैयारी कर रहे हैं।
अपने प्रवचन में, संत पापा फ्राँसिस ने इन प्रतीकों को ख्रीस्तियों के लिए एक संकेत और निमंत्रण कहा कि वे निराश हुए बिना और कभी भी आशा करना बंद किए बिना सुसमाचार को जीएं।
कलीसिया के पूजनविधि पंचाग वर्ष के समापन पर, उन्होंने विश्वासियों से आग्रह किया कि वे मसीह के अनंत राज्य की निश्चितता से उत्साहित महसूस करें।
संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि युवाओं को परीक्षणों और सार्वजनिक अपमान के बीच ईश्वर के प्रति येसु की वफ़ादारी से साहस प्राप्त करना चाहिए।
उनकी तरह, वे भी कभी-कभी येसु का अनुसरण करने के लिए “आरोपित” महसूस करते हैं और सुसमाचार के विपरीत तरीकों के अनुरूप होने के दबाव का सामना करते हैं।
उन्होंने कहा, “निंदा से मत डरें!” “कोई चिंता न करें; जल्दी या बाद में, उनकी आलोचना विफल हो जाएगी, उनकी निंदा झूठी साबित होगी और उनके सतही मूल्य जो वे हैं उसके लिए प्रकट होंगे: भ्रम।”
उन्होंने कहा कि प्रेम ही एकमात्र ऐसी चीज़ है जो बनी रहेगी, और इसलिए हमें ईश्वर के प्रेम के शाश्वत उपहार को अपनाना चाहिए।
केवल प्रेम ही खुशी लाता है
संत पापा फ्राँसिस ने आगे कहा कि येसु ने कभी भी अधिकारियों का समर्थन या “अनुमोदन” प्राप्त करने की कोशिश नहीं की, क्योंकि उन्होंने “शक्ति की मानसिकता” को अस्वीकार कर दिया था।
उन्होंने कहा कि ईश्वर हममें से हर एक को वैसे ही प्यार करता है जैसे हम हैं, इसलिए हमें सोशल मीडिया या किसी अन्य माध्यम से सांसारिक स्वीकृति प्राप्त करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा, "उसके सामने, आपके सपनों की मासूमियत सफलता और प्रसिद्धि से अधिक मूल्यवान है और आपके इरादों की ईमानदारी सांसारिक स्वीकृति से अधिक मूल्यवान है।"
संत पापा ने कहा कि सांसारिक स्नेह की कोई भी मात्रा हमें खुश नहीं कर सकती, क्योंकि "केवल प्रेम का मुफ्त उपहार ही हमें खुशी दे सकता है।"
सत्य की गवाही देना
फिर संत पापा फ्राँसिस ने सत्य के महत्व पर जोर दिया, जो हमें आत्मनिर्भरता, अन्याय और दुख की जंजीरों से मुक्त करता है।
संत पापा ने कहा, "मसीह, जो मार्ग, सत्य और जीवन हैं, हमारे उद्धार के लिए खुद को सब कुछ त्याग कर और क्रूस पर मर कर हमें सिखाते हैं कि केवल प्रेम में ही हम अपनी पूरी गरिमा के साथ जी सकते हैं, बढ़ सकते हैं और फल-फूल सकते हैं।" उन्होंने धन्य पियर जोर्जियो फ्रैसाटी की ख्रीस्तीय गवाही की ओर इंगित किया, जिन्हें वे अगस्त 2025 की शुरुआत में युवा लोगों के लिए जयंती के दौरान संत घोषित करेंगे।
संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि इतालवी युवा फ्रैसाटी युवाओं को याद दिलाता है कि "बस गुज़र-बसर करना" उनका लक्ष्य नहीं है। इसके बजाय, ख्रीस्तीय पूरी तरह से जीना चाहते हैं और "ईश्वर के प्रेम में सच्चाई की गवाही देना चाहते हैं, एक दूसरे से प्यार करना चाहते हैं जैसा कि येसु ने हमसे प्यार किया।"
ईश्वर का शाश्वत प्रेम
अंत में, संत पापा फ्राँसिस ने विश्वासियों को आश्वस्त किया कि विश्व की घटनाएँ ईश्वर की चौकस नज़र से नहीं बची हैं, उन्होंने कहा कि "यह सच नहीं है कि इतिहास उत्पीड़कों और अत्याचारियों द्वारा लिखा जाता है।"
उन्होंने कहा कि न्यायप्रिय और दयालु राजा, मसीह अंततः प्रत्येक व्यक्ति का न्याय करेंगे।
संत पापा ने अपना प्रवचन करते हए कहा, "जब हम गलती करते हैं तो वह हमें सुधारते हैं, लेकिन वे हमसे प्यार करना कभी नहीं छोड़ते।" "अगर हम चाहें, तो वे हमें उठा सकते हैं ताकि हम अपनी यात्रा को खुशी के साथ जारी रख सकें।"
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