जब कोई प्रियजन अपना विश्वास त्याग दे, तो आशा न खोयें, पोप फ्रांँसिस
वाटिकन न्यूज
बेरगमो से ओलिवा द्वारा लिखा संक्षिप्त पत्र संत पेत्रुस महागिरजाघर द्वारा प्रकाशित नई पत्रिका पियात्सा सन पियेत्रो (संत पेत्रुस प्राँगण) के पहले संस्करण में प्रकाशित हुआ है।
संदेश में, ओलिवा ने कहा कि उनकी बेटी और दामाद द्वारा उनके पोते को बपतिस्मा न देने का निर्णय उनके लिए "बहुत दुःख का कारण" है।
वे पूछती हैं, “येसु इस बारे में क्या सोचेंगे?”
अपने उत्तर में, पोप कहते हैं कि वे ओलिवा की पीड़ा को समझते हैं और उनके करीब महसूस करते हैं।
वे कहते हैं कि बपतिस्मा “एक महान उपहार” है। पोप के रूप में अपने चुनाव के बाद से, उन्होंने कई बच्चों को बपतिस्मा दिया है, और हमेशा इसे “बड़ी खुशी” के क्षण के रूप में लिया है।
पोप ने आगे कहा कि जब कोई प्रियजन अपना विश्वास खो देता है, तो उसे “कभी उम्मीद नहीं खोनी चाहिए”, उन्होंने संत मोनिका का उदाहरण दिया, जिन्होंने अपने बेटे संत अगुस्टीन के धर्मपरिवर्तन के लिए दशकों तक प्रार्थना की थी।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि “बपतिस्मा उन माता-पिता पर नहीं थोपा जा सकता जो अपने बच्चों के लिए ऐसा नहीं चाहते।” इसलिए उन्होंने ओलिवा से आग्रह किया कि “अपने बच्चों के साथ रहें, उनसे बात करें, लेकिन बपतिस्मा पर जोर न दें।”
पोप लिखते हैं, “मुफ्त प्रेम कई शब्दों से अधिक प्रेरक होता है।” “ईश्वर के प्रति प्रेम भविष्य, मित्रता और ईश्वर की खोज के बीज बोता है।”
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here