यूक्रेन में कार्डिनल क्रायेस्की: यह युद्ध का आखिरी क्रिसमस हो
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, सोमवार 25 दिसंबर 2024 : यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के बावजूद, संत पापा के दानदाता कार्डिनल क्रायेस्की और प्रेरितिक राजदूत ने युद्ध से बुरी तरह प्रभावित गांवों में क्रिसमस मिस्सा समारोह का अनुष्ठान किया। कार्डिनल कोनराड क्रायेस्की ने कीव से 80 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम फास्टिव शहर में सूप किचन का भी उद्घाटन किया।
मिशन जारी रखना
कार्डिनल क्रायेस्की का यूक्रेन में मिशन अभी खत्म नहीं हुआ है। नए चरण की शुरुआत संत पापा फ्रांसिस द्वारा लवीव शहर के लिए एक नई मेडिकल वाहन और क्षतिग्रस्त अस्पतालों के लिए 6,000 अल्ट्रासाउंड मशीनों के उपहार के साथ हुई। संत पापा इस पहल और देश की स्थिति के बारे में जानकारी रखते हैं।
जब कार्डिनल क्रायेस्की 23 दिसंबर को कीव पहुंचे, तो संत पापा फ्राँसिस ने उन्हें फोन किया। कार्डिनल क्रायेस्की ने बताया, "वे जानना चाहते थे कि मिशन कैसा चल रहा है, जो कि, जैसा कि हम जानते हैं, कुछ हद तक खतरनाक है।"
सभी के लिए क्रिसमस लाना
फ़ास्टिव शहर में, जहाँ 60,000 लोग रहते हैं, कार्डिनल क्रायेस्की और यूक्रेन में प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष विस्वालदास कुलबोकास का स्वागत क्षेत्र के बच्चों द्वारा संचालित क्रिसमस प्रदर्शन के साथ किया गया। कई बच्चे संगीत विद्यालय से थे और जो अब युद्ध के परिणामस्वरूप अनाथ हो गए हैं। उन्हें क्रिसमस उपहार के रूप में टेडी बियर मिले।
उस दिन पहले, कार्डिनल क्रायेस्की ने एक "सामाजिक घर" में बुज़ुर्ग लोगों के साथ-साथ कई बीमार लोगों से मुलाकात की। उन्होंने "क्रिसमस की शुभकामना देने की प्रथा" में भाग लिया, जिसमें सफ़ेद ब्रेड तोड़ना शामिल है।
यह घर, संत मार्टिन डी पोरेस सेंटर, दोमिनिकन मठवासियों द्वारा चलाया जाता है और यहीं पर "कई शरणार्थियों को आश्रय मिला है" और "कई स्वयंसेवक खेरसॉन से दूसरे शहरों में भोजन ले जाते हैं।" लगभग 20 वर्षों से, यह केंद्र बीमार बच्चों, अकेली माताओं, बेघरों और बुज़ुर्गों के लिए शरणस्थल रहा है।
मई 2024 युद्ध का आखिरी क्रिसमस हो
दिन के समापन पर, कार्डिनल क्रायेस्की ने एक सूप किचन खोला - जो 2009 से केंद्र से गायब था। उन्होंने इसे गरीबों और शरणार्थियों के लिए विशेष महत्व बताया।" पूरे देश से स्वयंसेवक, लेकिन पोलैंड से कई, सूप किचन में काम करने के लिए एक साथ आते हैं।
कार्डिनल ने युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में समुदायों के साथ क्रिसमस संदेश साझा करने की संत पापा की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने सभी को प्रार्थना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, "हमें उम्मीद है कि यह युद्ध का आखिरी क्रिसमस होगा।" कार्डिनल क्रायेस्की ने जोर देकर कहा, "विश्वास और प्रार्थना पहाड़ों को हिला सकते हैं, इसलिए, अगर हम ईश्वर पर भरोसा करते हैं, तो यह बेतुका युद्ध समाप्त हो जाएगा।"
आज के चमत्कार
कार्डिनल क्रायेस्की ने 5,000 लोगों को भोजन कराने के सुसमाचार के अंश पर विचार किया। उन्होंने येसु के शब्दों को याद किया: "तुम उन्हें कुछ खाने को दो।" उन्होंने समझाया कि "तुम" हम सभी, संपूर्ण कलीसिया, सभी विश्वासी और सुसमाचार के लोग हैं।
कार्डिनल ने लोगों की उदारता को देखते हुए कहा, "फ़ास्टिव में यही हो रहा है।" उन्होंने बताया कि हर दिन कोई न कोई रोटी, चावल, पास्ता और मांस लाता है और यहां कुछ की भी कमी नहीं होती। उन्होंने समझाया, "ये आज के चमत्कार हैं।"
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