दिसम्बर माह के लिए पोप की प्रार्थना की प्रेरिताई
ख्रीस्तीय आशा ईश्वर का एक उपहार है जो हमारे जीवन को आनन्द से भर देती है।
और आज हमें इसकी अति आवश्यकता है। दुनिया को इसकी सचमुच बड़ी आवश्यकता है!
जब आप यह नहीं जानते कि कल आप अपने बच्चों को खाना खिला पाएंगे या नहीं, या आप जो पढ़ रहे हैं उससे आपको अच्छी नौकरी मिलेगी या नहीं, तो निराश होना स्वाभाविक है।
हम आशा की तलाश कहाँ कर सकते हैं?
आशा एक लंगर है - एक लंगर जिसे आप रस्सी के सहारे किनारे पर बाँधकर रखते हैं।
हमें आशा की रस्सी को थामे रहना है - उसे मजबूती से थामे रहना है।
आइए, हम एक-दूसरे की मदद करें और ख्रीस्त के साथ इस मुलाकात को खोजें जो हमें जीवन देता है, आइए, हम उस जीवन की खुशी मनाने के लिए आशा के तीर्थयात्रियों के रूप में यात्रा पर निकल पड़ें। आनेवाली जयंती में प्रवेश करना उस जीवन का अगला चरण है।
दिन-प्रतिदिन, आइए, हम अपने जीवन को आशा के उपहार से भरें जो ईश्वर हमें देते हैं, और अपने माध्यम से, इसे उन सभी तक पहुंचने दें जो इसकी तलाश में हैं।
मत भूलिए – आशा कभी निराश नहीं करती।
आइए, हम प्रार्थना करें कि यह आगामी जयंती हमें अपने विश्वास में मजबूत करे, हमें अपने जीवन के बीच में पुनर्जीवित ख्रीस्त को पहचानने में मदद करे, हमें ख्रीस्तीय आशा के तीर्थयात्रियों में बदल दे।
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