निकारागुआ में शांति के लिए प्रार्थना एवं क्रिसमस के पूर्व युद्धविराम हेतु पोप की अपील
उन्होंने कहा, “निष्कलंक गर्भागमन के इस महापर्व के अवसर पर, मैं विशेष रूप से निकारागुआवासियों के करीब हूँ। मैं आपको कलीसिया और निकारागुआ के लोगों के लिए प्रार्थना में शामिल होने हेतु आमंत्रित करता हूँ, जो निष्कलंक कुँवारी मरियम को माता और संरक्षिका के रूप में मनाते हैं, और उनके प्रति विश्वास और आशा की पुकार करते हैं। स्वर्गिक माता कठिनाइयों और अनिश्चितताओं में उन्हें सांत्वना दें और सभी के दिलों को खोलें, ताकि देश में शांति, भाईचारा और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए हमेशा सम्मानजनक और रचनात्मक बातचीत का रास्ता खोजा जा सके।”
युद्धविराम की अपील
संत पापा ने युद्धग्रस्त देशों के लोगों की याद करते हुए कहा, “हम पीड़ित यूक्रेन में, मध्यपूर्व में (फिलिस्तीन, इस्राएल, लेबनान, अब सीरिया), म्यांमार में, सूडान में और जहाँ कहीं लोग युद्ध एवं हिंसा से पीड़ित हैं शांति के लिए प्रार्थना करना जारी रखें।” उन्होंने कहा, “मैं सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील करता हूँ कि हम क्रिसमस के उत्सव को सभी युद्ध मोर्चों पर युद्धविराम के साथ मना सकें।”
तत्पश्चात् संत पापा ने रोम एवं विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया।
मृत्युदंड पाए कैदियों के लिए प्रार्थना
उसके बाद संत पापा ने अमरीका के उन कैदियों की याद की जिन्हें मौत की सजा मिली है। उन्होंने कहा, “आज, मैं आप सभी से अमेरिका में मृत्युदंड पाए कैदियों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह करता हूँ। 13 या 15 ऐसे कैदी हैं जिन्हें मृत्यु दण्ड मिली है। आइए, हम प्रार्थना करें कि उनकी सजा कम की जाए, बदली जाए। आइए हम अपने इन भाइयों और बहनों की याद करें और प्रभु से उन्हें मृत्यु से बचाने की कृपा माँगें।
श्रमिकों के प्रति पोप का आध्यात्मिक सामीप्य
संत पापा ने याद किया कि इटली में इसी रविवार को काथलिक एक्शन दल में सदस्यता की पुनः भर्ती हुई। काथलिक एक्शन दल के सभी सदस्यों को शुभकामनाएँ देते हुए संत पापा ने कहा, “मैं सभी सदस्यों को प्रशिक्षण, सेवा और प्रेरितिक प्रतिबद्धता की अच्छी यात्रा की शुभकामनाएँ देता हूँ।” उन्होंने रोका दी पापा के विश्वासियों और उस मशाल को आशीष दी, जिसके साथ वे निष्कलंक मरियम के सम्मान में अपने खूबसूरत शहर के किले पर महान सितारा जलाएंगे। साथ ही सीएना, फब्रियानो और अस्कोली पिचेनो के श्रमिकों के प्रति अपना आध्यात्मिक सामीप्य व्यक्त किया, जो एकजुटता से काम करने के अधिकार की रक्षा करते हैं, जो सम्मान का अधिकार है! संत पापा ने कहा, “आर्थिक या वित्तीय कारणों से उनकी नौकरियाँ न छीनी जाएँ।”
और अंत में, अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए एवं रोम के पियात्सा स्पानिया में पुनः मिलने की इच्छा के साथ, सभी को निष्कलंक गर्भागमन की मंगलकामनाएँ अर्पित की।
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