सत पापा फ्राँसिस ने दुनिया में शांति की अपील की
वाटिकन न्यूज
अजासियो, रविवार 15 दिसंबर 2024 : रविवार को देवदूत प्रार्थना के पाठ से पहले संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "भूमध्य सागर के इस द्वीप से हम शांति की अपील करते हैं: इस समुद्र के सामने स्थित सभी भूमियों के लिए शांति, विशेष रूप से उस पवित्र भूमि के लिए जहां मरियम ने येसु को जन्म दिया था।"
"उस पवित्र भूमि के लिए शांति जहां मरियम ने येसु को जन्म दिया था।"
फ्रांसीसी द्वीप कोर्सिका के धर्माध्यक्षों, पुरोहितों और धर्मसंघियों को संबोधित करते हुए, जहाँ वे एक सम्मेलन में भाग लेने, पवित्र मिस्सा समारोह मनाने और विश्वासियों से मिलने के लिए दिन बिता रहे हैं, संत पापा ने दुनिया के युद्धग्रस्त देशों के लिए अपनी तत्काल और अथक अपील की।
"फिलिस्तीन, इज़राइल, लेबनान, सीरिया और पूरे मध्य पूर्व के लिए शांति! पीड़ित म्यांमार में शांति," उन्होंने प्रार्थना की।
यूक्रेन और रूस
और "यूक्रेनी लोगों और रूसी लोगों के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित शांति" के लिए "ईश्वर की पवित्र माँ" से प्रार्थना करते हुए, उन्होंने कहा: "वे भाई, चचेरे भाई हैं। उन्हें एक समझौते पर आना चाहिए! युद्ध हमेशा एक हार है। पूरी दुनिया को शांति!"
"युद्ध हमेशा एक हार है। पूरी दुनिया को शांति!"
चक्रवात चिडो के पीड़ितों के लिए प्रार्थना
संत पापा ने पिछले कुछ घंटों में मायोट द्वीपसमूह पर आए चक्रवात के पीड़ितों के लिए भी प्रार्थना करने को कहा।
उन्होंने कहा, "मैं आध्यात्मिक रूप से उन लोगों के करीब हूँ जो इस त्रासदी से प्रभावित हुए हैं।"
शनिवार की रात को मायोट में आए चक्रवात के कारण कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। यह लगभग एक सदी में मेडागास्कर के उत्तर में फ्रांसीसी हिंद महासागर द्वीपसमूह पर आने वाला सबसे तीव्र तूफान था। उष्णकटिबंधीय चक्रवात चिडो ने रविवार को मोजाम्बिक में दस्तक दी। वहीं, इसके बाद यह लगभग 3 लाख की आबादी वाले फ्रांसीसी द्वीपसमूह मायोट में भारी तबाही मचाई। चक्रवात से अब तक 11 लोगों की मौत और 246 लोग घायल हुए हैं। यह 90 साल में मायोट में आया सबसे भीषण चक्रवात है। चक्रवात चिडो ने 200 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से हवाएं चलाईं और अस्थायी आवास, सरकारी इमारतों और एक अस्पताल को नुकसान पहुंचाया।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here