कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संकट कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संकट  (AFP or licensors)

परमधर्मपीठ ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में हिंसा की निंदा की

जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में मिशन के लिए परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक का कहना है कि वे "कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में खतरनाक मानवाधिकार स्थिति के बारे में गहराई से चिंतित है।"

वाटिकन न्यूज

जिनेवा, बुधवार 11 अक्टूबर 2023 (रेई) : मानवाधिकार परिषद के 54वें नियमित सत्र के दौरान सोमवार को मोन्सिन्योर जॉन पुत्ज़र ने कहा, "परमधर्मपीठ कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में खतरनाक मानवाधिकार स्थिति के बारे में गहराई से चिंतित है।"

अपने हस्तक्षेप में, मोन्सिन्योर पुत्ज़र ने कहा कि परमधर्मपीठ "हिंसा के सभी कृत्यों की निंदा करता है, विशेष रूप से वे जिनके परिणामस्वरूप जीवन की हानि या यौन उत्पीड़न होता है।"

उन्होंने संत पापा फ्राँसिस का हवाला दिया, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की अपनी यात्रा के दौरान सशस्त्र हिंसा, नरसंहार, बलात्कार, गांवों के विनाश और कब्जे और खेतों और मवेशियों की लूट की निंदा की थी।

गंभीर चिंताएँ

जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में मिशन के लिए परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक मोन्सिन्योर पुत्ज़र ने बाल सैनिकों की भर्ती और आतंकवादी समूहों द्वारा बढ़ते हमलों के साथ-साथ राष्ट्रीय सेना द्वारा हमलों की रिपोर्ट के बारे में चिंता व्यक्त की।

उन्होंने कहा कि परमधर्मपीठ अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम की इस सिफारिश का समर्थन करती है कि सभी हितधारक नैरोबी और लुआंडा प्रक्रियाओं के प्रस्तावों को 'तेजी से लागू' करें और सभी सशस्त्र समूहों से प्रभावी निरस्त्रीकरण सुनिश्चित करने का आग्रह करता है।

मोन्सिन्योर पुत्जर ने ख्रीस्तीय समुदायों के खिलाफ हमलों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमधर्मपीठ "पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एडीएफ के निरंतर हमलों और बढ़ते चरमपंथी कट्टरपंथ से उत्पन्न विशेष रूप से गंभीर खतरे को कम नहीं आंकने का आग्रह करता है।"

उन्होंने डीआरसी में जारी "दंड से मुक्ति की सामान्य स्थिति" पर भी प्रकाश डाला, कि "मानवाधिकार उल्लंघन के कई पीड़ितों को निष्पक्ष या त्वरित सुनवाई नहीं मिलती है।

आगामी चुनाव

मोन्सिन्योर पुत्ज़र ने कहा कि आगामी राष्ट्रपति चुनावों को देखते हुए परमधर्मपीठ यह सुनिश्चित करने के महत्व को दोहराती है कि सभी कांगो नागरिकों को एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण और पारदर्शी वातावरण में अपनी राजनीतिक इच्छा व्यक्त करने का अधिकार है।

उन्होंने स्वतंत्र चुनाव पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण देने में डीआरसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन और अन्य संगठनों के काम पर प्रकाश डाला और कहा कि "आगामी चुनाव विश्वसनीय, पारदर्शी और समावेशी हो।" उन्होंने कांगो के अधिकारियों से "इस निर्णायक अवधि के दौरान सभी की सुरक्षा और राजनीतिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने" का भी आह्वान किया।

मोन्सिन्योर पुत्ज़र ने संत पापा फ्राँसिस द्वारा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से की गई अपील के साथ अपना भाषण समाप्त किया: “हम उस रक्तपात के आदी नहीं हो सकते हैं जिसने इस देश को दशकों से चिह्नित किया है, जिससे लाखों मौतें हुई हैं और जो अन्यत्र अज्ञात हैं। यहां क्या हो रहा है यह जानने की जरूरत है। वर्तमान शांति प्रक्रियाएँ, जिन्हें मैं बहुत प्रोत्साहित करता हूँ, को ठोस कार्यों द्वारा बनाए रखने की आवश्यकता है और प्रतिबद्धताएँ बनाए रखी जानी चाहिए।

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11 October 2023, 16:03