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वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन 

कार्डिनल परोलिन: वैध रक्षा से नागरिकों को नुकसान नहीं पहुँचना चाहिए

कार्डिनल राज्य सचिव कार्डिनल पीएत्रो पारोलिन ने वाटिकन मीडिया से पवित्र भूमि में युद्ध की शुरुआत के बारे में बात करते हुए कहा कि प्राथमिकता बंधकों की रिहाई है और पुष्टि की कि परमधर्मपीठ मध्यस्थता करने को तैयार है।

वाटिकन सिटी, शनिवार, 14 अक्टूबर 2023 (रेई) : कार्डिनल राज्य सचिव कार्डिनल पीएत्रो पारोलिन ने वाटिकन मीडिया से पवित्र भूमि में युद्ध की शुरुआत के बारे में बात करते हुए कहा कि प्राथमिकता बंधकों की रिहाई है और पुष्टि की कि परमधर्मपीठ मध्यस्थता करने को तैयार है।

कार्डिनल परोलिन ने कहा, "वाटिकन हमेशा की तरह किसी भी आवश्यक मध्यस्थता के लिए तैयार है।"

इज्राएल पर आतंकवादी हमले के छह दिन बाद, वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीएत्रो पारोलिन ने पिछले शनिवार को हुए हमले को "अमानवीय" बताया।

वाटिकन मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में, उन्होंने हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंधकों की रिहाई के लिए पोप फ्राँसिस की अपील को भी दोहराया, और इज्राएल की वैध रक्षा में आनुपातिकता का आह्वान किया।

कार्डिनल ने बमबारी के कारण गाजा में नागरिकों के हताहत होने पर चिंता व्यक्त की, इस बात पर जोर दिया कि चल रही घटनाओं के बावजूद, दोनों देशों के बीच शांति समाधान की आवश्यकता बतायी, "जो फिलिस्तीनियों और इजरायलियों को शांति और सुरक्षा में एक साथ रहने की अनुमति देगा।"

प्रश्न: महामहिम, सभी संघर्ष भयानक हैं, लेकिन जैसा कि हमें पिछले शनिवार को पता चला, अभूतपूर्व क्रूरता की हद हो गई है। हम मानवता की पूर्ण हानि देख रहे हैं। क्या आपको लगता है कि सबसे बुरी स्थिति से बचने के लिए अभी भी गुंजाइश है?

हमास और अन्य सेना द्वारा पिछले शनिवार को हजारों इजरायलियों के खिलाफ किया गया आतंकवादी हमला, जो सुक्कोट उत्सव के सप्ताह के समापन, सिमचट तोराह का दिन मनाने वाले थे, अमानवीय है। वाटिकन इसकी कड़ी और जोरदार निंदा करता है।

इसके अलावा, हम गाजा में बंधक बनाए गए पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए चिंतित हैं। हम प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं, जिनमें से अधिकांश यहूदी हैं, और हम उनके लिए प्रार्थना करते हैं, जो अभी भी सदमे में हैं, उनके लिए और घायलों के लिए प्रार्थना करते हैं।

तर्क की भावना को पुनः प्राप्त करना, घृणा के अंधे तर्क को त्यागना और समाधान के रूप में हिंसा को अस्वीकार करना जरूरी है। यह उन लोगों का अधिकार है जिनपर हमला किया गया है कि वे अपनी रक्षा करें, लेकिन वैध रक्षा के लिए भी अनुपात के पैरामीटर का सम्मान करना चाहिए।

मुझे नहीं पता कि इजराइल और हमास सेनाओं के बीच बातचीत की कितनी गुंजाइश हो सकती है, लेकिन अगर है - और हमें उम्मीद है कि है - तो इसे तुरंत और बिना किसी देरी के आगे बढ़ाया जाना चाहिए। यह आगे के रक्तपात से बचने का उपाय है, जैसा कि गाजा में हो रहा है, जहां इजरायली सेना के हमलों के कारण कई निर्दोष नागरिक पीड़ित हैं।

प्रश्न: पोप फ्राँसिस ने दोहराया है कि शांति न्याय पर आधारित है। ऐसी कोई शांति नहीं है जो न्यायपूर्ण न हो। आज संघर्ष में दोनों पक्षों के लिए न्याय की यह पुकार किस प्रकार व्यक्त की गई है?

शांति केवल न्याय पर आधारित हो सकती है। लैटिन लोग यह कहना पसंद करते थे, "ओपुस यूस्तित्सिये पैक्स," न्याय के बिना मनुष्यों के बीच शांति नहीं हो सकती। मुझे ऐसा लगता है कि पवित्र भूमि में सबसे बड़ा संभव न्याय दो-राज्य समाधान है, जो फिलिस्तीनियों और इजरायलियों को बहुसंख्यकों की आकांक्षाओं को पूरा करते हुए शांति और सुरक्षा के साथ मिलकर रहने की अनुमति देगा।

यह समाधान, जिसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन प्राप्त है, हाल ही में दोनों पक्षों के कुछ लोगों को ऐसा लगा है कि यह अब संभव नहीं है। दूसरों के लिए, यह कभी नहीं था। वाटिकन विपरीत के प्रति आश्वस्त है और इसका समर्थन करना जारी रखता है।

अब, न्यायसंगत क्या है? यह सिर्फ बंधकों को तुरंत लौटाना है, यहाँ तक कि पिछले संघर्षों के बाद से हमास द्वारा बंधक बनाये गए लोगों को भी। इस अर्थ में, मैं हाल के दिनों में पोप फ्राँसिस द्वारा की गई और दोहराई गई हार्दिक अपील को दृढ़ता से नवीकृत करता हूँ। बात सिर्फ इतनी है कि इजराइल की वैध रक्षा में, गाजा में रहनेवाले फिलिस्तीनी नागरिकों के जीवन को खतरे में नहीं डाला जाना चाहिए। यह उचित है और आवश्यक है - कि इस संघर्ष में, किसी दूसरे संघर्ष की तरह, मानवीय कानून का पूरा सम्मान किया जाए।

प्रश्न: पोप फ्राँसिस ने पिछले बुधवार के आमदर्शन समारोह के अंत में बंधकों की रिहाई के लिए अपील की और निर्दोषों की जान बचाने का आग्रह किया था। क्या आप वाटिकन द्वारा रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के लिए की गई कूटनीतिक पहल के समान कोई गुंजाइश देखते हैं?

जी हाँ, हमास के हमले और इजरायली सेना की प्रतिक्रिया से पैदा हुई समस्या के मूल में इजरायली बंधकों की रिहाई और गाजा में निर्दोष लोगों की सुरक्षा है। वे हमारी सभी चिंताओं के केंद्र में हैं: पोप और संपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की।

परमधर्मपीठ हमेशा की तरह किसी भी आवश्यक मध्यस्थता के लिए तैयार है। इस बीच, हम उन रास्तों का प्रयोग करने का प्रयास कर रहे हैं जो पहले से खुले हैं। हालाँकि, संघर्ष को समाप्त करने के लिए किसी भी मध्यस्थता में उन तत्वों की एक श्रृंखला को ध्यान में रखा जाना चाहिए जो मुद्दे को बहुत जटिल बनाते और स्पष्ट करते हैं, जैसे कि इजरायली बस्तियों का मुद्दा, सुरक्षा और येरूसालेम शहर का मुद्दा।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा प्रोत्साहित और समर्थित फिलिस्तीनियों और इजरायलियों के बीच सीधे संवाद में एक समाधान पाया जा सकता है, भले ही यह अब और अधिक कठिन होगा।

प्रश्न: फ़िलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग द्वारा लोसेरवातोरे रोमानो को दिए गए दो हालिया साक्षात्कारों में, दोनों ने पवित्र भूमि के ईसाई अल्पसंख्यक, जो 'नमक' है, से आनेवाले शांति के निरंतर शब्दों के लिए अपनी सराहना व्यक्त की। हालाँकि, ईसाई संघर्ष और पीड़ा की स्थिति से घिरे हुए हैं। गाजा में छोटे ईसाई समुदाय की स्थिति, जो विलुप्त होने के खतरे में है, चिंता का कारण है। अब पवित्र भूमि के ईसाइयों की ठोस मदद कैसे की जा सकती है?

सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण है, प्रार्थना और आध्यात्मिक एवं भौतिक समर्थन के द्वारा। मेरे ये शब्द पोप और परमधर्मपीठ की स्नेहपूर्ण निकटता की नए सिरे से पुष्टि के लिए हैं। ईसाई उस भूमि के एक अनिवार्य हिस्से हैं जहां येसु पैदा हुए, जीवित रहे, मरे एवं फिर जी उठे।

ईसाई उपस्थिति के बिना फिलिस्तीन या इज्राएल की कल्पना नहीं की जा सकती, जो शुरू से ही वहाँ रहा है और हमेशा रहेगा। यह सच है कि गाजा में छोटा काथलिक समुदाय, जिसमें लगभग 150 परिवार हैं, अत्यधिक पीड़ा झेल रहे हैं। जब एक सदस्य पीड़ित होता है, तो पूरी कलीसिया पीड़ित होती है, और इसलिए हम सभी पीड़ित हैं। हम जानते हैं कि वे पल्ली में एकत्रित हैं। पल्ली पुरोहित वापस नहीं लौट सके और बेतलेहेम में ही रह गये। सब कुछ रुका हुआ है, स्तब्ध है, मानो भय और क्रोध ने जकड़ लिया हो।

आइए, हम इस्राएलियों के लिए प्रार्थना करें; आइए हम फिलिस्तीनियों के लिए प्रार्थना करें; आइए हम ईसाइयों, यहूदियों और मुसलमानों के लिए प्रार्थना करें: येरूसालेम की शांति के लिए प्रार्थना करें... अपने भाइयों और मित्रों के लिए मैं कहता हूँ, 'तुम्हें शांति मिले।' हमारे प्रभु, ईश्वर के घर के लिए, मैं आपकी भलाई की कामना करता हूँ। (भजन122:6-9)

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14 October 2023, 17:13