इस्राएल–हामास युद्ध के बीच सिनॉड में मध्यपूर्व में शांति के लिए प्रार्थना

धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की आमसभा ने बृहस्पतिवार सुबह की प्रार्थना को विशेष रूप से, पवित्र भूमि में शांति हेतु समर्पित किया, जिसमें बगदाद के खदलेई काथलिक कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष ने हिंसा से पीड़ित और भय में जी रहे सभी लोगों के लिए प्रार्थना की आगुवाई की। धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की 16वीं आमसभा ने गुरुवार की सुबह की प्रार्थना में, ईश्वर से दुनिया में शांति के लिए प्रार्थना की।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 12 अक्टूबर 2023 (रेई): धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की 16वीं आमसभा ने गुरुवार की सुबह की प्रार्थना में, ईश्वर से दुनिया में शांति के लिए प्रार्थना की।

दिन की शुरूआत की प्रार्थना का संचालन खलदेई काथलिक कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष, इराकी कार्डिनल लुईस राफेल साको ने की, जिन्होंने दुनियाभर में युद्ध से पीड़ित और भय में जी रहे सभी लोगों के लिए प्रार्थना की।

कार्डिनल साको ने कहा, "मैं आज सुबह आपको दुनिया में शांति के लिए प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित करना चाहता हूँ, विशेष रूप से, पवित्र भूमि में, बल्कि यूक्रेन, इराक, ईरान और लेबनान में जारी हिंसा के लिए भी।"

उन्होंने आगे कहा, "लोग सम्मान और भाईचारे के साथ जीने के लिए बहुत आशा के साथ इंतजार कर रहे हैं, और हमेशा डर एवं चिंता में जीना नहीं चाहते।"

कार्डिनल ने उन सभी लोगों के साथ प्रार्थना, भाईचारा और एकजुटता का आह्वान किया जो पीड़ित हैं।

'मानवता एक हिंसा रहित परिवार बना सके'

सभा ने कई प्रार्थनाएँ पढ़ीं, जिनमें भजन 129 भी शामिल थी, "गहरे गर्त में से, प्रभु मैं तेरी दुहाई देता हूँ; हे प्रभु, मेरी पुकार सुन।"

सुबह की प्रार्थना के दौरान, कार्डिनल साको ने यह भी प्रार्थना की: "हे ईश्वर, सबके पालनहार, पूरी मानवता जिसकी उत्पत्ति आपसे हुई है, एक परिवार बने, हम हिंसा के बिना, बेतुके युद्धों के बिना और भाईचारे की भावना के साथ, शांति से एकजुट रह सकें" और आपके पुत्र, हमारे प्रभु यीशु मसीह के समान बन सकें, जो ईश्वर है और जो आपके एवं पवित्र आत्मा की संगति में जीते और सदा राज्य करते हैं।"

पोप की निरंतर प्रार्थनाओं में शामिल होना

इसके अलावा, धर्मसभा की सुबह की प्रार्थना के दौरान, फोकोलारे आंदोलन के अध्यक्ष, फिलिस्तीनी काथलिक, मार्गरेट कर्रम ने शांति के लिए प्रार्थनाएँ कीं।

उन्होंने कहा, "प्रभु, हम आपसे पवित्र भूमि के लिए, भयंकर हिंसा की चपेट में आए इज्राएल और फिलिस्तीन के लोगों के लिए, पीड़ितों, विशेष रूप से बच्चों, घायलों, बंधक बनाए गए लोगों, लापता लोगों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं।"

"पीड़ा और संदेह की इस घड़ी में, हम पोप और दुनियाभर के उन सभी लोगों की सामूहिक प्रार्थना के साथ अपनी अर्जी शामिल करते हैं जो शांति हेतु प्रार्थना कर रहे हैं।"

सुश्री कर्रम ने मध्य पूर्व के अन्य देशों और युद्धरत उन सभी देशों को भी याद किया जो आतंक और विनाश में जी रहे थे।

उन्होंने प्रार्थना करते हुए कहा, "प्रभु, हमें एक भाईचारा वाले विश्व के निर्माण हेतु प्रतिबद्ध होने में मदद कर, ताकि ये लोग और अस्थिरता एवं हिंसा के संघर्ष की समान स्थितियों में रहनेवाले लोग, मानवाधिकारों के सम्मान का मार्ग पा सकें जहां न्याय, संवाद और मेल-मिलाप द्वारा शांति निर्माण के अपरिहार्य उपकरण हैं।"

पोप फ्राँसिस की अपील, सामीप्य

इन दिनों, और अतीत में, पोप ने युद्ध से पीड़ित देशों में शांति के लिए अनगिनत प्रार्थनाएँ की हैं, जिसमें उन्होंने अपने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के दौरान पवित्र भूमि के लिए प्रार्थना की और मध्य पूर्व में हिंसा से प्रभावित देशों के लिए अपील की थी।

डेढ़ साल से अधिक समय पहले रूस के आक्रमण के बाद से शुरू हुए युद्ध के बाद से उन्होंने यूक्रेन में शांति के लिए अनगिनत अपीलें की हैं।

संत पापा ने 5-8 मार्च 2021 को खुद इराक की प्रेरितिक यात्रा की थी, जो मध्य पूर्वी राष्ट्र में किसी पोप की पहली यात्रा थी।

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12 October 2023, 12:46