कार्डिनल कांतालामेस्सा का 3रा चालीसा उपदेश
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, शनिवार, 9 मार्च 2024 (रेई) : “भला गड़ेरिया मैं हूँ। भला गड़ेरिया अपनी भेड़ों के लिए अपने प्राण दे देता है।” (यो. 10:11)
2024 के चालीसा काल के लिए अपने तीसरे उपदेश में, पोप के उपदेशक, कार्डिनल रानिएरो कांतालामेस्सा ने योहन रचित सुसमाचार पाठ में येसु के शब्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
बाईबिल के इतिहास पर चरवाहा
कार्डिनल ने कहा, हमें समझना होगा कि येसु के समय में चरवाहों को किस दृष्टिकोण से देखा जाता था।
“शुरुआत में इस्राएल खानाबदोश चरवाहों की प्रजा थी।”
उन्होंने कहा, यह समाज भेड़ों को केवल आय के साधन के रूप में नहीं देखता। चरवाहे रोज दिन भेड़ों के साथ अकेले बिताते थे।
उनके साथ उनका व्यक्तिगत रिश्ता बन जाता था। कार्डिनल ने कहा, "यह बताता है कि क्यों मनुष्यों के साथ अपने संबंध को व्यक्त करने के लिए, ईश्वर ने इस छवि का प्रयोग किया, जो अब अस्पष्ट हो गई है।"
बाद में राजाओं, याजकों और आमतौर पर नेताओं को चरवाहे कहा जाने लगा।
चूँकि ये हमेशा अपने लोगों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे, इसलिए बुरे चरवाहे की छवि अच्छे चरवाहे की छवि के साथ सामने आई।
नबी एजेकिएल के ग्रंथ में, ईश्वर ने अपने झुंड की देखभाल करने का वादा किया है: "मैं खोए हुए लोगों को खोजूंगा, मैं भटके हुए लोगों को वापस लाऊँगा, मैं घायलों को पट्टी बांधूंगा, और बीमारों को चंगा करूँगा।"
चरवाहा और भेड़
कार्डिनल ने बताया कि कैसे प्रत्येक चरवाहा एक महान चरवाहे की भेड़ है।
"कलीसिया का पुरोहित भी एक 'घायल चिकित्सक' है, एक बीमार व्यक्ति जिसे दूसरों को ठीक होने में मदद करनी चाहिए।"
कार्डिनल कांतालामेस्सा ने "मुख्य बीमारी" को परिभाषित किया जिसके लिए हमें उपचार की आवश्यकता है: डर।
उन्होंने कहा, "मनोविज्ञान और मनोविश्लेषण लोगों के डर और न्यूरोसिस का विश्लेषण करके और उन्हें अचेतन से चेतन में लाकर उन्हें ठीक करने का प्रयास करते हैं।" "सुसमाचार कुछ ऐसी चीज जोड़ता है जो विज्ञान नहीं दे सकता।"
कार्डिनल कांतालामेस्सा ने ख्रीस्त को हर प्रकार के डर का "विलायक" कहा, जो अपने शिष्यों से कहते हैं: "डरो मत, मैंने दुनिया पर विजय पा ली है।"
उन्होंने कहा, इस हिंसक और पागल दुनिया में, जहाँ हम रह रहे हैं, केवल ईश्वर ही हमें बचा सकते हैं।
भेड़ों के लिए अपना जीवन दे दिया
कार्डिनल ने बताया, "बाइबल में पहले कभी ऐसा नहीं कहा गया था कि भला चरवाहा अपनी भेड़ों के लिए अपनी जान दे देता है।"
यह सबसे सांत्वना देनेवाली बात है जो येसु अपने शिष्यों से कहते हैं, क्योंकि "येसु ने ऐसा करने का वादा किया था और उसे पूरा भी किया!"
कार्डिनल ने कहा, हमारे डर को अपने ऊपर लेकर, येसु ने हमारे डर और चिंताओं को दूर कर दिया। धर्मग्रंथ उसके बारे कहता है, 'उसके घावों से हम चंगे हो गए।'
और कार्डिनल ने आगे कहा, “उन्होंने हमें सिर्फ पीड़ा पर काबू पाने का उदाहरण नहीं दिया; बल्कि हमें इस पर काबू पाने का साधन दिया: अपनी उपस्थिति और अपनी कृपा के माध्यम से।”
कार्डिनल कांतालामेस्सा ने अंत में उन शहीदों के बारे में बात की जिन्होंने इस विश्वास को एक मूर्त अनुभव बनाया है।
उन्होंने निडर होकर और विश्वास के साथ शहादत का स्वागत किया क्योंकि येसु उनके साथ थे।
घायल चिकित्सक
कार्डिनल ने कहा, यद्यपि स्वयं को भय और पीड़ा से मुक्त करना हमेशा हमारी शक्ति में नहीं हो सकती है, लेकिन किसी और को मुक्त करना हमारी शक्ति में हो सकती है।
"चाहे पुरोहित हों या साधारण लोकधर्मी, हमें घायलों को चंगा करनेवाला होना चाहिए, जो दूसरों को ठीक कर सकते हैं।"
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