सरोगेसी के उन्मूलन हेतु वाटिकन द्वारा बैठक
वाटिकन सिटी
वाटिकन, 20 जून 2024 (रेई) लोकधार्मियों, परिवार और जीवन विभाग के सचिव ने जिनेवा में सरोगेसी पर एक बैठक का संचालन करते हुए महिलाओं और बच्चों को सभी प्रकार के शोषण से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय योजना की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित कराया।
संत पापा फ्राँसिस के विचारों के व्यक्त करते हुए गैबियेल्ला गम्बीनो ने कहा कि सरोगेसी "महिलाओं और बच्चों की गरिमा और अधिकारों का गंभीर उल्लंघन” है और इसलिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को "सभी प्रकार की सरोगेसी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने पर तत्कालता विचार करने की आवश्यकता है।”
18 जून को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में पैलैस डेस नेशंस में एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक था "किस कीमत परॽ सरोगेसी का उन्मूलन: महिलाओं और बच्चों के शोषण और वस्तुकरण को रोकना", इसका आयोजन संयुक्त राष्ट्रों के संग वाटिकन की स्थायी प्रेरितिक और "कारितास इन बेरिताते" ने किया था।
प्रजनन पर्यटन
बैठक का उद्देश्य, गैब्रिएला गैम्बिनो ने बताया, “सरोगेसी की घटना पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की तात्कालिकता पर विचार करना था।" सरोगेसी पर राज्यों के नियमों ने “प्रजनन पर्यटन” को बढ़वा दिया है और यह प्रथा महिलाओं और बच्चों के अंतरराष्ट्रीय शोषण का कारण बनी है। उन्होंने कहा कि इसमें शामिल लोगों की गरिमा और मौलिक मानवाधिकारों की सार्वभौमिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक आम प्रतिबद्धता की संभावना को व्याप्त बनाना है।
गरिमा का अधिकार
वाटिकन सचिव ने वाटिकन आस्था के सिद्धांत परमधर्मपीठीय द्वारा हाल ही में घोषित डिग्निटास इनफिनिटा का हवाला देते हुए इस बात पर दिया कि प्रत्येक बच्चे को "पूरी तरह से मानव जीवन का अधिकार है और [...] जीवन का उपहार प्राप्त करने जो देने वाले और प्राप्तकर्ता दोनों की गरिमा को प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि "प्रजनन के सभी तरीके वैध नहीं हैं, और किसी भी प्रजनन प्रकिया को उचित ठहराते हुए ऐसा कोई सख्त कानून नहीं जो “बच्चे के अधिकार” की रक्षा करता हो। गौम्बिनो ने "जन्म को एक अवैयक्तिक प्रक्रिया बनाने" से लेकर सरोगेसी से जुड़ी समस्याओं पर प्रकाश डाला। यह एक तरह से “महिलाओं और बच्चों का वस्तुकरण और शोषण" है। यह "मौलिक मानवीय रिश्तों को व्यवस्थित करने का एक रूप है, जो हमेशा महिला और बच्चे की पहचान और जीवन को प्रभावित करेगा।"
विशेषज्ञ इनपुट
गैब्रिएला गैम्बिनो के परिचय के बाद, इटली में परिवार, जन्म दर और समान अवसर मंत्री यूजेनिया रोक्सेला ने इतालवी कानून के परिप्रेक्ष्य से सरोगेसी के मुद्दे का पता लगाने पर प्रकाश डाला। कैसाब्लांका घोषणा के प्रवक्ता और सरोगेसी के सार्वभौमिक उन्मूलन के लिए अभियान की नेत्री ओलिविया मॉरेल, जिसका जन्म एक सरोगेट मां के माध्यम से केंटुकी, अमेरिका में हुआ था, उन्होंने बच्चों के अधिकारों के परिप्रेक्ष्य से इस मुद्दे का विश्लेषण प्रस्तुत किया। तीसरी वक्ता पत्रकार और लेखिका ईवा मारिया बैचिंगर थीं, जो 2015 में वियना में 'स्टॉप सरोगेसी' की सह-स्थापिका थी, उन्होंने इस विषय पर तीन पुस्तकें लिखी हैं, जो महिलाओं के अधिकारों के परिप्रेक्ष्य से सरोगेसी के मुद्दे का आकलन करती हैं। और अंत में, स्विट्जरलैंड के जिनेवा में एडीएफ इंटरनेशनल के कानूनी अधिकारी बेटिना रोस्का ने अंतरराष्ट्रीय कानूनी परिदृश्य और चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए अपने कानूनी आयामों में विषय का विश्लेषण दिया।
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