वाटिकन – चीन : धर्माध्यक्षों की नियुक्ति पर अनंतिम समझौते की अवधि बढ़ी
वाटिकन, मंगलवार, 22 अक्टूबर 2024 (रेई) : धर्माध्यक्षों की नियुक्ति पर अनंतिम समझौते को तीसरी बार नवीनीकृत किया गया।
वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा मंगलवार, 22 अक्टूबर 2024 को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, "धर्माध्यक्षों की नियुक्ति के संबंध में अनंतिम समझौते के प्रभावी अनुप्रयोग के लिए बनी आम सहमति के मद्देनजर, उचित परामर्श और मूल्यांकन के बाद, परमधर्मपीठ और चीन ने वर्तमान तिथि से चार साल के लिए इसकी वैधता बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है।"
बयान में आगे कहा गया है कि "वाटिकन पक्ष, चीन में काथलिक कलीसिया और समस्त चीनी लोगों के हित, द्विपक्षीय संबंधों के आगे विकास के मद्देनजर, चीनी पक्ष के साथ सम्मानजनक और रचनात्मक बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।"
तीसरा नवीनीकरण
यह समझौते का तीसरा नवीनीकरण है, जिस पर 22 सितंबर, 2018 को हस्ताक्षर किए जाने के साथ ही वाटिकन और चीन के बीच संबंधों में एक ऐतिहासिक अध्याय खुल गया था, और चीन में कलीसिया के भीतर सभी धर्माध्यक्षों को पोप के साथ पूर्ण पदानुक्रमिक संवाद में रहने की अनुमति मिली थी। अनंतिम समझौते पर दोनों पक्षों के नए हस्ताक्षर - जिसकी वैधता आज से अगले 4 वर्षों तक रहेगी - दो साल की अवधि के लिए 22 अक्टूबर, 2020 को पहले नवीनीकरण के ठीक दो साल बाद हुआ था।
एक नया परिदृश्य
अस्थायी समझौते ने दशकों से पोप की सहमति के बिना धर्माध्यक्षों की नियुक्ति को समाप्त कर दिया, जिससे पिछले छह वर्षों के परिदृश्य में मौलिक परिवर्तन हुआ। तब से, लगभग दस धर्माध्यक्षों की नियुक्ति और अभिषेक किया गया है, और बीजिंग ने आधिकारिक तौर पर कुछ पहले से अपरिचित धर्माध्यक्षों की सार्वजनिक भूमिका को मान्यता दी है।
नए सहयोग का संकेत, वाटिकन में धर्मसभाओं और यूरोप तथा अमेरिका में अन्य बैठकों में मुख्य भूमि चीन के धर्माध्यक्षों की उपस्थिति से मिलता है, साथ ही पिछले वर्ष लिस्बन में विश्व युवा दिवस पर युवाओं की उपस्थिति से भी मिलता है, तथा हाल के वर्षों में पोप फ्रांसिस द्वारा पूर्व की ओर की गई प्रेरितिक यात्राओं में चीनी विश्वासियों सामान्य भागीदारी से भी मिलता है।
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