संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्रमुख, अंतोनियो गुटेरेस संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्रमुख, अंतोनियो गुटेरेस  

संयुक्त राष्ट्र महासचिव : पूर्वाग्रह, वैश्विक वित्तीय प्रणालियों में निर्मित अन्याय

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने "ऐतिहासिक अन्याय और प्रणालीगत पूर्वाग्रह" को दूर करने के लिए वैश्विक वित्तीय प्रणाली में सुधार का आह्वान किया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

न्यूयॉर्क, बुधवार 07 जून 2023 (वाटिकन न्यूज) : संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्रमुख, अंतोनियो गुटेरेस ने वैश्विक वित्तीय प्रणाली को "अधिक लचीला, न्यायसंगत और सभी के लिए सुलभ" बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय वास्तुकला में सुधार का आग्रह किया।

सोमवार, 5 जून को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में बोलते हुए, महासचिव ने व्यक्त किया कि वैश्विक वित्तीय प्रणाली कोविद-19 महामारी के मद्देनजर वित्तीय वैश्विक सुरक्षा जाल के रूप में अपने मूल जनादेश को पूरा करने में "काफी हद तक विफल" रही है।

महासचिव गुटेरेस के अनुसार, विकासशील देशों की वसूली का समर्थन करने के लिए प्रणाली ने पर्याप्त वित्तपोषण प्रदान नहीं किया, जिनमें से कई अब गहरे वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, "52 विकासशील देश ऋण संकट में हैं या निकट भविष्य में होंगे। मुद्रास्फीति और बढ़ती ब्याज दरें विकासशील देशों पर अस्थिर वित्तीय दबाव बढ़ा रही हैं।"

गुटेरेस ने तीन नए नीति सार प्रस्तुत किए, जिनमें से एक में छह क्षेत्रों में "ऐतिहासिक अन्याय और प्रणालीगत पूर्वाग्रह को दूर करने" के प्रस्तावों को रेखांकित किया गया।

वैश्विक वित्त में प्रस्तावित सुधार

संक्षिप्त वैश्विक आर्थिक नियंत्रण, ऋण राहत, संप्रभु उधार की लागत, वैश्विक वित्तीय सुरक्षा जाल और एक वैश्विक कर संरचना पर केंद्रित है।

प्रस्तावित सुधारों में, उनहोंने विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के बोर्डों पर विकासशील देशों की आवाज को मजबूत करने का सुझाव दिया।

महासचिव ने विकास वित्तपोषण को वाणिज्यिक लेनदारों के साथ जोड़ने के लिए एक बहुपक्षीय विकास बैंक में संभावित रूप से एक ऋण समाधान तंत्र के निर्माण का भी उल्लेख किया। इसके अलावा, संक्षेप में आईएमएफ कोटा में सुधार, उन्हें संसाधनों तक पहुंच से अलग करने और पूरे सिस्टम की देखरेख के लिए एक प्रतिनिधि शीर्ष निकाय की स्थापना का प्रस्ताव है।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने समझाया, कि कुल मिलाकर, प्रस्तावों का उद्देश्य एक ऐसी प्रणाली से दूर जाना है जो अमीरों का पक्ष लेती है और अल्पकालिक लाभ को प्राथमिकता देती है। जो न्यायसंगत है और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी), जलवायु कार्रवाई और भविष्य की पीढ़ियों में निवेश करती है।

जीडीपी से आगे बढ़ना

इसके अतिरिक्त, गुटेरेस ने विकास के एकमात्र उपाय के रूप में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) से आगे बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया। जबकि जीडीपी महत्वपूर्ण है, उन्होंने प्रगति का आकलन करने के लिए अन्य मेट्रिक्स को शामिल करने की हिमायत की।

गुटेरेस ने इस बात पर जोर दिया कि मानव प्रगति कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें गरीबी और भुखमरी का स्तर, असमानता, सामाजिक सामंजस्य और जलवायु परिवर्तन और अन्य झटकों की चपेट में आना शामिल है। उन्होंने व्यापार-बंद और परिणामों को स्वीकार करते हुए प्रगति की निगरानी और विश्लेषण करने के लिए संकेतकों के व्यापक सेट का आह्वान किया।

फ्रांचेस्को की अर्थव्यवस्था

संत पापा फ्राँसिस ने बार-बार एक रूपांतरित आर्थिक मॉडल का आह्वान किया है ताकि विकासशील देशों को सशक्त बनाने और उन्हें समान अवसर देने और एक दुष्चक्र से बाहर निकला जा सके जो विकास की उनकी क्षमता को कम करता है।

2019 में, संत पापा ने ‘फ्रांचेस्को की अर्थव्यवस्था’ नामक एक पहल शुरू की, जिसका उद्देश्य वैश्विक आर्थिक परिवर्तन पर जोर देना था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दुनिया का आर्थिक भविष्य "किसी को पीछे छोड़े बिना, निष्पक्ष, समावेशी और टिकाऊ हो।"

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07 June 2023, 14:45