सीएएफओडी ने विश्व बैंक से किसानों के बीज तक पहुंँच के अधिकार का आग्रह किया
वाटिकन न्यूज रिपोर्टर
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 19 अक्टूबर 2023 (रेई) : यूके काथलिक सहायता एजेंसी (सीएएफओडी) ने 12 अक्टूबर को मोरक्को में अपनी वार्षिक बैठक में विश्व बैंक के प्रतिनिधियों को बांग्लादेश के एक छोटे किसान सलीना का एक पत्र सौंपा।
पत्र में विश्व बैंक से छोटे किसानों के अपनी किस्म के बीजों के उपयोग के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने का आह्वान किया गया है।
सीएएफओडी ने कहा कि, कुछ देशों में, वित्तीय सहायता के बदले विश्व बैंक द्वारा नए बीज दिये जाने के कानूनों पर जोर दिया गया है। ये कानून किसानों को आपस में बीज साझा करने से रोक देते हैं जिनको वे पीढ़ियों से करते आ रहे हैं और इसके बजाय उन्हें बड़े कृषि व्यवसायों से बीज खरीदने के लिए मजबूर करते हैं।
काथलिक चैरिटी इस बात पर जोर देती है कि पारंपरिक बीजों के उपयोग का अधिकार कुछ देशों में कम कर दिया गया है या यहां तक कि इसे अपराध घोषित कर दिया गया है, खासकर अफ्रीका में।
सीएएफओडी के अभियान मैनेजर अंड्रिया स्पेरांत्सा ने वाटिकन न्यूज से कहा, "कभी-कभी लोगों को यह भी पता नहीं होता है कि यह कानून के खिलाफ हो सकता है, क्योंकि यह इतना अकल्पनीय है कि हम कुछ बीजों का उपयोग नहीं कर सकते हैं जिन्हें हम कई पीढ़ियों से प्रयोग करते रहे हैं।"
"विश्व बैंक, जिसका एक अधिदेश गरीबी उन्मूलन करना है, उसे केवल वाणिज्यिक बीजों जो बड़ी कंपनियों के लिए फायदेमंद हैं, को बढ़ावा देने के बजाय, सलीना जैसे छोटे किसानों का समर्थन करना चाहिए।
70,000 काथलिकों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र
सलीना के पत्र पर इंग्लैंड और वेल्स के 750 पारिशों के 70,000 से अधिक काथलिकों के साथ-साथ 18 काथलिक धर्माध्यक्षों ने एकजुटता प्रदर्शित करते हुए हस्ताक्षर किए।
स्पेरांत्सा ने याद करते हुए कहा, "पोप फ्राँसिस ने हमें बताया है कि लोगों और ग्रह के लाभ के लिए वर्तमान वैश्विक खाद्य प्रणाली को बदलने में हममें से प्रत्येक को भूमिका निभानी है।"
उन्होंने कहा कि व्यावसायिक बीजों को बढ़ावा देने के खिलाफ खड़े होने का सिर्फ एक कारण यह है कि कुछ लोग व्यावसायिक बीज नहीं खरीद सकते। अन्य मामलों में, वे अपने स्वयं के बीजों का उपयोग करना पसंद करते हैं।
उन्होंने बताया, "कई मामलों में ये अधिक पौष्टिक होते हैं या जहाँ वे रहते हैं वहाँ के वातावरण की अनूठी परिस्थितियों के लिए बेहतर रूप से अनुकूलित होते हैं।" "जलवायु आपातकाल के इस युग के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें ऐसे बीजों की आवश्यकता है जो विभिन्न वातावरणों और जलवायु आपातकाल के कारण पर्यावरण में हो रहे बदलाव के अनुकूल हो सकें।"
अरबों लोग खाद्य-असुरक्षित हैं
सीएएफओडी का खाद्य अभियान "भोजन ठीक करें" यूके सरकार और विश्व बैंक सहित संस्थानों से दुनियाभर के किसानों के अपने स्वयं के बीजों को बचाने, उपयोग करने, विनिमय करने और बेचने के अधिकार की रक्षा करने का आग्रह कर रहा है।
स्पोरांत्सा ने अन्य विशेषज्ञों, खाद्य और कृषि संगठनों की चिंता को साझा करते हुए कहा, "वर्तमान वैश्विक खाद्य प्रणाली को बदलने की तत्काल आवश्यकता है।"
“अभी, 2.4 बिलियन लोग ऐसे हैं जिनके पास भोजन तक नियमित पहुंच नहीं है,” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि छोटे किसानों को अपने बीजों तक स्वतंत्र रूप से पहुंचने की अनुमति दी जानी चाहिए।
उन्होंने बताया कि सीएएफओडी वाणिज्यिक बीजों के खिलाफ नहीं है, लेकिन विश्व बैंक से छोटे किसानों के अपने स्वयं के बीजों का उपयोग करने के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने का आह्वान कर रहा है।
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