गज़ा के नागरिक दहशत में जी रहे हैं, ऑक्सफैम अधिकारी
वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 13 अक्तूबर 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): इस्राएल एवं फिलीस्तीन के हमस आतंकवादी समूह के बीच जारी बमबारियों की पृष्ठभूमि में मानवतावादी एजेंसियां चेतावनी दे रही हैं कि इस्राएल द्वारा सोमवार को इलाके की पूरी तरह से घेराबंदी और बिजली की कटौती की घोषणा के बाद गज़ा पट्टी में सभी प्राथमिक आवश्यकताओं की आपूर्ति कम हो रही है; भोजन, ईंधन और पानी की प्रवेश को रोक दिया गया है। हमास के सप्ताहांत हमलों के बाद सभी क्रॉसिंग बिंदुओं को बंद कर दिया गया है, जिसमें 1,300 से अधिक लोग मारे गए हैं।
चेतावनी
विश्वव्यापी मानवतावादी लोकोपकारी संगठन ऑक्सफैम के क्षेत्रीय खाद्य सुरक्षा, नकदी एवं संरक्षण समन्वयक फिदा अलराज़ ने गज़ा की भयावह स्थिति का वर्णन करते हुए बताया कि इस्राएली हवाई हमले जारी हैं और प्राथमिक आवश्यकताओं की आपूर्ति कम हो रही है। उन्होंने कहा कि “पिछली रात, मुझे विश्वास नहीं था कि हम सूर्योदय देखने के लिए जीवित रहेंगे।” उन्होंने कहा, गज़ा के नागरिक दहशत में जी रहे हैं क्योंकि हवाई हमले और बमबारी हो रही है तथा इस बात पर भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि कहां, कैसे और किस जगह को खाली किया जाये।
जीवित नर्क
फिदा अलराज़ ने कहा, गज़ा "लगभग 360 वर्ग किलोमीटर की एक भूमि पट्टी है" और यह दुनिया में सबसे अधिक घनत्व जनसंख्या वाला क्षेत्र है। उनका कहना है कि 16 सालों से गज़ा को अवरुद्ध किया गया है, और पिछले तीन दिन तो यहाँ के लोग "एक जीवित नर्क में जी रहे हैं"। उन्होंने कहा, कल की रात एक भयावह रात थीः लगातार बमबारी, दिवालिया हवाई हमले, समुद्र से, ज़मीन से, हवा से, हर जगह से बमबारी, ताकि आप दिशा खो दें।'' उन्होंने कहा कि हमें पता नहीं था कि बमबारी कहाँ से आ रही थी और किसे निशाना बना रही थी, वह किसी भी क्षण हमारे सिरों पर भी गिर सकती थी।
अलराज का कहना है कि उनके घरों में शरण ले रहे परिवारों और निर्दोष नागरिकों पर बमबारी की गई। कई मामलों में "उनके घरों को ज़मीन में दफ़ना दिया गया।" वह बताती हैं कि जो बच गए, वे भाग्यशाली थे क्योंकि उनकी इमारतों में तहखाने थे, किन्तु वे भी इमारतों के मलबे के नीचे फंस गए थे।
भ्रामक स्थिति
अलराज ने कहा कि जिस तरह से लोगों को खाली करने के लिए कहा गया है, वह अविश्वसनीय है, क्योंकि इस्राएली प्रवक्ताओं के इधर-उधर प्रकाशित ट्वीट्स में कहा जाता रहा कि इस या उस चौराहे को खाली करना है या लोगों को सोशल मीडिया पर एक संदेश प्राप्त होगा या अफवाहें सुनाई पड़ेंगी। इस प्रकार, उन्होंने कहा, किसी को भी निश्चित रूप से कुछ भी पता नहीं था, बस यहाँ से वहाँ लोग भाग रहे थे। गज़ा में अब कोई जगह सुरक्षित नहीं रह गई है। कल रात लोग सडकों पर और चौकों में भाग रहे थे वे "लोगों को मारे जाते देख रहे थे, घायल होते देख रहे थे और एम्बुलेंस उन तक नहीं पहुंच पा रही थी।" वे कहती हैं, एम्बुलेंस वाहनों पर बमबारी की गई, उन्हें सीधे निशाना बनाया गया, जिससे कई लोग घायल हो गये और अर्धचिकित्सक दल के लोग भी मारे गये।
अंधकारमय जीवन
इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कि गज़ा के लोगों को 24 घंटों में लगभग एक या दो घंटे बिजली मिली है, अलराज कहती है कि गज़ा पिछले दो दिनों से पूरी तरह से अंधेरे में रह रहा है, और जो भी जनरेटर मौजूद हैं उनका ईंधन खत्म हो रहा है। वह आगे कहती हैं कि पूरे गज़ा पट्टी में पानी भी पूरी तरह से काट दिया गया है, "इसलिए हम पानी का उपयोग बहुत सावधानी से कर रहे हैं।" इसके अतिरिक्त, बताती है कि भोजन की आपूर्ति खत्म हो रही है और बुधवार से केंद्रीय बाजारों में नरसंहार जारी है, जहां लोग भोजन खरीदने का प्रयास कर रहे थे।"
फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर को इस्लामी आंदोलन हमास द्वारा इस्राएल पर किए गए हमलों के जवाब में इस्राएल द्वारा गज़ा पट्टी पर बमबारी शुरू करने के बाद से 1,400 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं और 6,000 से अधिक घायल हुए हैं। इस्राएली सैन्य सूत्रों और फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, लड़ाई शुरु होने के बाद से इस्राएल में हमास के 1,500 आतंकवादियों सहित 4,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों घायल हुए हैं।
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