‘हम जीना चाहते हैं’ : गज़ा से अपील
वाटिकन न्यूज
रामी जो सुरक्षा कारणों से अपना दूसरा नाम नहीं बताना चाहते हैं - जेरूसालेम में वाटिकन न्यूज के संवाददाता भलेरिये फेरॉन से बात की।
जब विमान ऊपर उड़ रहे थे और विस्फोटों की आवाज़ सुनी जा सकती थी, उन्होंने गाजा पट्टी में दैनिक जीवन, संघर्ष की समाप्ति की अपनी आशाओं और युद्ध के समय में ईसाई-मुस्लिम एकता के बारे में बात की।
गोलीबारी की चपेट में
हालाँकि उनका परिवार एक ऐसे क्षेत्र में है जिसे इज़रायली सेना ने "सुरक्षित" घोषित किया है, रामी कहते हैं, यह हाल ही में बमबारी की चपेट में आया, जिसमें गोले "हमारे आस-पास के सभी घरों और खाली ज़मीन" पर गिरे।”
रामी कहते हैं, "हमारे आसपास पूरे दिन, चौबीसों घंटे होनेवाली लड़ाई और बमबारी को झेलना हमारे लिए बहुत कठिन है।"
“बेशक, हम आगे बढ़ना चाहते हैं,” लेकिन कहाँ जाएँ? सड़क सुरक्षित नहीं है, किसी भी वाहन से चलनेवाला कभी भी चपेट में आ सकता है। हम नहीं जानते कि क्या करना है, हम सिर्फ जिंदा रहना चाहते हैं।”
रोजमर्रा की जरूरतें
इसके अलावा, अपने परिवार के लिए पर्याप्त भोजन और पानी जुटाना रामी के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। उनका कहना है कि उनके परिवार के पास थोड़ा गेहूँ और "सीमित" गैस है, जो समाप्त हो रहा है। इस वजह से, वे "बिल्कुल भी खाना नहीं बनाते हैं।" उन्होंने कहा, “हम केवल रोटी सेंकते हैं।”
पानी की भी कमी है - उनके पास एक कुआँ है, लेकिन उसे भी चलाने के लिए बिजली की आवश्यकता होती है।
रामी इन दिनों खान यूनिस क्षेत्र से पीने का पानी खरीद रहे हैं, लेकिन वह भी, पर्याप्त नहीं है, और पहले से ही "सामान्य कीमत से दोगुना" पर बिक रहा है।
दुःख में एकजुट
रामी जोर देकर कहते हैं, ''मुसलमान और ख्रीस्तीय एक ही नाव में हैं।'' "हम सभी पर युद्ध का एक समान प्रभाव पड़ता है।" उन्होंने कहा, “हमारे अपने बच्चे हैं, हमारी बेटियाँ, लड़के, हमारी पत्नियाँ, हमारे पिता और माताएँ हैं,” "हम सब एक समान हैं। चाहे आप मुस्लिम हों या ख्रीस्तीय, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
रामी ने अंत में कहा, "हम इस युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त करना चाहते हैं।" “हम अपने घर वापस पाना चाहते हैं। हम अपना जीवन जारी रखना चाहते हैं।”
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