काओकालम गाँव में भूस्खलन के कारण 100 से ज़्यादा लोग मारे गए। काओकालम गाँव में भूस्खलन के कारण 100 से ज़्यादा लोग मारे गए।  (ANSA)

पापुआ न्यू गिनीः भूस्खलन में सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका

माना जा रहा है कि पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गाँव में भूस्खलन के कारण 100 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं। यह उन देशों में से एक है जहाँ संत पापा फ्राँसिस सितंबर में आने वाले हैं।

वाटिकन न्यूज

पापुआ न्यू गिनी, शुक्रवार 24 मई 2024 (रेउटर्स) : आपातकालीन खोज और बचाव दल पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर पहाड़ी हिस्से में मौजूद हैं जहाँ शुक्रवार की सुबह भूस्खलन के कारण काओकालम गाँव दब गया। अधिकारियों ने कहा कि 100 से ज़्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है, लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि मरने वालों की संख्या इससे कहीं ज़्यादा हो सकती है।

सुबह तीन बजे एक पहाड़ के ढहने से 50 से ज़्यादा घर मिट्टी और पत्थरों से भर गए, जहां ज़्यादातर लोग घर में सो रहे थे। एंगा प्रांत का काओकलम गांव, दक्षिण प्रशांत द्वीप की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में है।

पापुआ के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे ने कहा कि अधिकारी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और जब जानकारी उपलब्ध होगी तो वे विनाश और जानमाल के नुकसान के बारे में जानकारी जारी करेंगे। एक बयान में, उन्होंने आपदा में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।

उन्होंने कहा, "हम राहत कार्य, शवों की बरामदगी और बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए आपदा अधिकारियों, पीएनजी रक्षा बल और निर्माण और राजमार्ग विभाग को भेज रहे हैं।"

भूस्खलन ने गांव की ओर जाने वाली सड़क को भी अवरुद्ध कर दिया है, जिससे शहर में ईंधन और सामान की आपूर्ति को लेकर चिंता बढ़ गई है।

कथित तौर पर हाइलैंड्स के नाम से जाने जाने वाले पहाड़ी आंतरिक क्षेत्र में गांव तक पहुंचने का एकमात्र साधन हेलीकॉप्टर है।


संत पापा पापुआ न्यू गिनी का दौरा करेंगे

संत पापा फ्राँसिस सितंबर में अपनी प्रेरितिक यात्रा के दूसरे चरण में पापुआ न्यू गिनी का दौरा करने वाले हैं। यह एक विविधतापूर्ण, विकासशील राष्ट्र है, यहाँ ज़्यादातर किसान रहते हैं और 800 भाषाएँ बोलते हैं।

पापुआ न्यू गिनी की आबादी 10 मिलियन है, यह ऑस्ट्रेलिया के बाद सबसे ज़्यादा आबादी वाला दक्षिण प्रशांत राष्ट्र है। दूरसंचार की स्थिति खराब है, खास तौर पर पोर्ट मोरेस्बी के बाहर, जहाँ सरकारी डेटा दिखाता है कि देश के 56%  लोग सोशल मीडिया उपयोगकर्ता हैं। देश भर में सिर्फ़ 1.66 मिलियन लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और 85% आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है।

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24 May 2024, 15:39