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कार्डिनल क्रेजव्स्कीःयूक्रेनी युद्ध पीड़ितों की कब्रें में दर्द

कार्डिनल क्रेजव्स्की ने युद्ध में यूक्रेनी युवाओं की क्रब देख शोक और व्यथा प्रकट किये।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, गुरूवार 27 जून 2024 (रेई) संत पापा द्वारा यूक्रेन को दिये गये एम्बुलेंस में तेरनोपिल की यात्रा करते हुए कार्डिनल क्रेजवस्की ने उस कब्रिस्तान की भेंट की जहाँ युद्ध के कई युवा पीड़ितों को दफनाया गया है।

बुधवार की सुबह उत्तरी यूक्रेन के तेरनोपिल की कब्रगाह की इस भेंट को उन्होंने अपने गहरे दुःख और शोक व्यक्त करते हुए कहा, “2024 में भी युवा लोग युद्ध में कैसे मर सकते हैंॽ “हे प्रभु, बहुत हो गया।”

संत पापा की ओर से ज़बोरिव जिला के अस्पताल को दिया गया एम्बुलेंस एक गहन देखभाल इकाई के रूप में सुसज्जित है। इसके साथ ही वाटिकन फार्मेसी और जेमेली अस्पताल की फार्मेसी से विभिन्न आवश्यक और जीवन रक्षक दवाईयाँ भेजी गई हैं। युद्ध शुरू होने के उपरांत देश की सातवीं यात्रा में, जरुरी आवश्यकताओं की चीजों को ले जाते हुए कार्डिनल ने कहा कि ये संत पापा की ओऱ से "प्यार और आशा के संकेत” हैं।

युवा सैनिकों की कब्रों पर

पोलिश कार्डिनल मंगलवार को लवीव गये और बुधवार को सुबह-सुबह टेरनोपिल पहुंचे। "मैं बहुत जल्दी तेरनोपिल पहुंचा," क्रेजेव्स्की ने कहा, "पल्ली पुरोहित नहीं उठा था और उसे जगाना नहीं चाहता था, अतः मैं पास के कब्रिस्तान में गया जहाँ सैनिकों की नई कब्र का एक भाग था। वहाँ मैंने बहुत सारे युवा लोग की तस्वीरें देखीं जिनकी आयु 20-23-25 ​​साल की थी... मुझे बहुत दुःख और सदमे का अनुभव हुआ, यह कैसे संभव है कि 2024 में भी युवा लोग युद्ध में मर रहे हैंॽ  हे प्रभु बहुत हो गया। यह अस्वीकार्य है कि दुनिया हथियार बनाती है, हर कोई लाभ कमाता है, और ये युवा अपनी जान गंवाते हैं।"

दर्द अंतहीन

उन्होंने कहा कि वह दर्द तब और बढ़ गया जब कार्डिनल ने एक युवती को आते देखा: "वह मुझसे कुछ ही दूर, अपने पति की कब्र के सामने खड़ी थी, वह गर्भवती थी। मेरे बाहों में दया के शब्द अंकित थे, दया... लेकिन मैं इसके लिए जूझ रहा था। वे अभी भी गोली क्यों चलाते हैंॽ  वे क्यों मारते हैंॽ  दया,  एक ऐसी मांग है जो न्याय से बढ़कर है यह ईश्वर का दूसरा नाम है, लेकिन आज मेरे लिए इस शब्द को विचारना कठिन लग रहा था। मैं यूक्रेन के कब्रिस्तान में बहुत गुस्से में था। फिर मुझे पवित्र हृदय की स्तुति विन्ती के शब्द याद आए, और मैंने सोचा कि मैं सांसारिक मानकों स न्याय की चाह नहीं कर सकता, और मैं शांत हो गया।" कार्डिनल ने कहा, "हम इंसान, दुनिया में असाधारण चीजें करने में सक्षम हैं, लेकिन दया के बिना भयानक चीजें भी कर सकते हैं, और यूक्रेन में यह दो साल से अधिक समय से चल रहा है।"

"जॉन पॉल द्वितीय" पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन

एम्बुलेंस पहुंचाने के अलावा, कार्डिनल क्रेजव्स्की ने स्थानीय धर्माध्यक्षों के साथ मिलकर रोमन काथलिक प्रांत में “संत जोन पॉल द्वितीय" पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र युद्ध के से पीड़ित लोगों के लिए व्यापक शारीरिक और मनोवैज्ञानिक पुनर्वास प्रदान करता है। “सैनिक जो वापस लौटते हैं,  वे जो अपने में टूटे हैं, वे जो अपने परिवारों के साथ रहने में असमर्थ होते हैं और उन्हें उपचार की आवश्यकता होती है।”

"इस केंद्र को खोलते हुए, मुझे जॉन पॉल द्वितीय की एक बात याद आई,“मेरा मित्र वह व्यक्ति है जिसकी बदौलत मैं चंगा होता हूँ। इस सुविधा का उद्देश्य उन लोगों को मित्र बनना है जो पीड़ित हैं, जो टूट चुके हैं, मनोवैज्ञानिकों और मनोचिकित्सकों के माध्यम से उन्हें जीवन को फिर से शुरू करने में मदद करना है।"

संत पापा का आलिंगन

कार्डिनल क्रेज्वस्की ने कहा कि वे लविव लौटेंगे, रास्ते में रुककर वे विभिन्न समुदायों का दौरा करेंगे “वे लोगों के साथ मिलेंगे और उन्हें गले लगाते हुए यह बतलायेंगे कि संत पापा उनके हर आमदर्शन और देवदूत प्रार्थना में याद करते हैं। वे उन्हें नहीं भूलते हैं और उनके करीब खड़े हैं।"

कार्डिनल ने जोर देकर कहा, “यहां लाई गई दवाएं भी प्यार और आशा की निशानी हैं", उन्होंने याद किया कि फरवरी 2022 में संघर्ष शुरू होने के बाद से, रोम से दवाओं, भोजन और कपड़ों से भरे 240 ट्रक भेजे गए हैं। उन्होंने कहा,"यहां स्थिति भयानक बनी हुई है; सायरन की आवाजें के बीच निरंतर गोलबारी जारी है... लेकिन कई महीनों से पीड़ित लोगों की मदद करने और लगातार उनका समर्थन करने वाले लोगों का भी समूह है जो मानवता में नेकी को व्यक्त करता है। 

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27 June 2024, 16:35