खोज

सूडान में जारी संघर्ष सूडान में जारी संघर्ष  (AFP or licensors)

सूडानी नागरिकों को भयंकर हिंसा का सामना करना पड़ रहा है

सूडान में पंद्रह महीने के भीषण गृहयुद्ध में 150,000 से अधिक लोग मारे गए हैं तथा 90 लाख से अधिक लोग अपने घर और जमीन छोड़ने पर मजबूर हैं।

वाटिकन न्यूज

सूडान, मंगलवार, 23 जुलाई 2024 (रॉयटर) : दो सूडानी सैन्य जनरलों के बीच राजनीतिक विवाद, जिन्होंने 2019 में लंबे समय से शासन कर रहे तानाशाह उमर अल-बहसीर को हटाने के बाद स्वतंत्र चुनावों के लिए एक योजना के अनुसार, एकीकृत होने का विरोध करते हुए, हथियार उठा लिया, जिसके परिणामस्वरूप व्यापक रूप से "दुनियाभर में स्वीकार किया गया सबसे बड़ा आंतरिक विस्थापन संकट" आया।

कृषि बर्बाद हो गई है और देश के बैंक लूट लिए गए तथा खाली कर दिए गए हैं, अकाल की स्थिति है, कई कमजोर लोग पहले ही भूख से मर चुके हैं, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, जबकि लड़ाई के कारण राहत प्रयास अवरुद्ध हो गए हैं।

सूडान के धर्माध्यक्षों ने युद्ध के कारण अत्यधिक पीड़ा की निंदा की

सहायता समूह डॉक्ट्रर्स विदआऊट बोर्डर की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में युद्धरत पक्षों - सूडानी सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज - पर मानव जीवन और अंतर्राष्ट्रीय कानून के प्रति "घोर उपेक्षा" का आरोप लगाया गया है, जिसमें अप्रैल 2023 में युद्ध की शुरुआत के बाद से सूडानी नागरिकों द्वारा झेली गई हिंसा के भयावह स्तर का विवरण दिया गया है।

एमएसएफ की टीमें, जो बमबारी, आवासीय घरों और आवश्यक बुनियादी ढांचे पर गोलाबारी से प्रभावित क्षेत्रों में हजारों युद्ध घायलों तक पहुंचने में कामयाब रहीं, उन्होंने कहा कि हिंसा के शारीरिक और मानसिक घाव, स्वास्थ्य प्रणाली के पतन और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय प्रतिक्रिया की कमी से और भी अधिक बढ़ गए हैं।

उन्होंने कहा कि सूडान में लोगों की जीवन रक्षक देखभाल तक पहुँच में भारी कमी आई है, चिकित्सा आपूर्ति में व्यापक बाधा और लूटपाट, असुरक्षा एवं रोगियों और चिकित्सा कर्मचारियों के खिलाफ हमले, से स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है।

व्यापक रूप से नजरअंदाज किए गए संघर्ष के 15 महीने बाद, बचे हुए लोगों ने कथित तौर पर व्यापक यौन, लिंग-आधारित और जातीय हिंसा, सशस्त्र समूहों द्वारा नागरिकों पर किए गए अमानवीय व्यवहार, जबरन बेदखली, लूटपाट और आगजनी की कहानियों के बारे में बताया, जबकि सुरक्षा सेवाओं की पूरी तरह से कमी है,

सभी मध्यस्थता प्रयास शत्रुता को रोकने में विफल रहे हैं।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

23 July 2024, 15:50