गाजा पट्टी की एक चिकित्सा केंद्र में बच्चे को पोलियो की खुराक दी जा रही है गाजा पट्टी की एक चिकित्सा केंद्र में बच्चे को पोलियो की खुराक दी जा रही है  (AFP or licensors)

यूएन एजेंसियों ने टीकाकरण के लिए गाजा में लड़ाई को रोकने का आह्ववान किया

डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ ने गाजा संघर्ष के सभी पक्षों से दो पोलियो टीकाकरण अभियान चलाने हेतु सात दिनों के लिए लड़ाई में विराम लगाने का अनुरोध किया है।

वाटिकन न्यूज

गाजा, सोमवार 19 अगस्त 2024 : संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि लड़ाई में विराम से बच्चों और परिवारों को सुरक्षित रूप से स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुँचने और सामुदायिक आउटरीच कार्यकर्ताओं को उन बच्चों तक पहुँचने में कामयाब हो पायेंगे, जो पोलियो टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं तक नहीं पहुँच सकते हैं। मानवीय रोक के बिना, अभियान का क्रियान्वयन संभव नहीं होगा।

जैसा कि अभी अगस्त और सितंबर के अंत में गाजा पट्टी में पोलियो टीकाकरण अभियान के दो दौर शुरू होने की उम्मीद है। अभियान के प्रत्येक दौर के दौरान, दस वर्ष से कम आयु के 640,000 से अधिक बच्चों को दो बूंद नोवेल ओरल पोलियो वैक्सीन टाइप 2 दी जाएगी।

आसन्न प्रकोप की चेतावनी

पिछले महीने से गाजा में आसन्न पोलियो प्रकोप की चेतावनी बढ़ती जा रही है। हाल ही में अपशिष्ट जल में पाए गए निशानों के साथ, ऐसा माना जाता है कि वायरस प्रसारित हो सकता है।

ताजे पानी की आपूर्ति, सीवेज निपटान और गंभीर रूप से कमजोर स्वास्थ्य प्रणाली की बड़ी समस्याओं के कारण, फैलने का जोखिम बहुत अधिक है। आपातकालीन आश्रयों में, सैकड़ों लोग एक शौचालय साझा करते हैं और प्रत्येक व्यक्ति के पास प्रतिदिन दो लीटर से भी कम पानी होता है।

टीकाकरण एक प्रभावी रोकथाम रणनीति हो सकती है

पोलियो एक जानलेवा बीमारी हो सकती है, यह मुख्य रूप से शिशुओं और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करती है, लेकिन कोई भी व्यक्ति जो टीका नहीं लगवाता है, उसे यह हो सकता है।

पोलियो का कोई इलाज नहीं है, लेकिन व्यापक टीकाकरण एक प्रभावी रोकथाम रणनीति हो सकती है। यह बहुत संक्रामक है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है - आमतौर पर, जब कोई संक्रमित व्यक्ति के मल के संपर्क में आता है और फिर उसके मुंह को छूता है - यह दूषित पानी या भोजन के माध्यम से फैल जाता है। यह वायरस रीढ़ की हड्डी पर हमला करता है और बच्चों में अपरिवर्तनीय पक्षाघात का कारण बन सकता है।

इज़राइली सेना ने पहले ही फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में तैनात अपने सैनिकों के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया है। टीकाकरण अभियान सभी ज़मीनी सैनिकों, नियमित और आरक्षित सैनिकों दोनों पर लागू होता है।

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19 August 2024, 15:55