रोम, जलवायु सम्मेलन "एक साथ मिलकर भविष्य का निर्माण"
वाटिकन सिटी
रोम, शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2024 (रेई, वाटिकन रेडियो): रोम में 16वें अंतर्राष्ट्रीय ग्रीन एकॉर्ड फोरम का शुभारम्भ महिला सशक्तीकरण, खेल के महत्व, राजनीति और संचार तथा पर्यावरण पर समर्पित पैनलों के साथ गुरुवार को हुआ। ग्रीन एकॉर्ड अर्थात हरित समझौता’ सम्बन्धी जलवायु पर आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फोरम "एक साथ मिलकर भविष्य का निर्माण" शीर्षक से इस वर्ष तीन शब्दों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, जिनमें से प्रत्येक शब्द एक दूसरे के पूरक हैं, तथा इनका अंतिम लक्ष्य बेहतर समझ और अंततः जलवायु संकट को हराना है।
फोरम की प्रस्तुति में कहा गया कि पत्रकार, मीडिया प्रतिनिधि और सभी क्षेत्रों के जलवायु कार्यकर्ता विचारों, चिंताओं और आशाओं को साझा करने के लिए रोम और फ्रास्काती शहर के बीच एकत्र हुए हैं तथा अपना भविष्य बनाने के लिए प्रभावी रूप से मिलकर काम कर रहे हैं।
एक साथ संघर्ष
फोरम का शुभारम्भ रोम में किया गया जिसमें महिलाओं की भूमिका के महत्व पर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित कराया गया जबकि इसका समापन कार्यक्रम फ्रास्काती शहर में आयोजित किया गया है जिसमें रानितिज्ञों एवं राजनैतिक संस्थाओं के दायित्वों पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है।
जलवायु पर 16वें अंतर्राष्ट्रीय फोरम ने शुरू से ही "एक साथ" शब्द पर ज़ोर दिया हैतथा इस तथ्य को रेखांकित किया है कि सभी क्षेत्रों के लोगों और समाज के सभी सदस्यों को शामिल किए बिना कोई भी बदलाव नहीं लाया जा सकता है।
बड़े हित के लिए
फोरम के उदघाटन भाषण में निर्माण शब्द पर ज़ोर दिया गया जो “एक साथ” से सुसंगत है। फोरम में आनालीज़ा खोर्रादो ने कहा, "यह एक सरल अवधारणा है: हर एक का योगदान मूल्यवान है, और थोड़ा-थोड़ा करके, "चाहे कितना भी छोटा क्यों न हो", अगर हम सभी उसके लिये प्रयास करते हैं, तो परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। दूसरे शब्दों में, "मैं अकेले कोई बदलाव नहीं ला सकता" मानसिकता को खत्म करें।"
भविष्य के लिये
इस आयोजन के पहले दिन के सभी प्रभाषणों में "भविष्य" शब्द शामिल था। यह वही है जिसकी रक्षा करने के लिए हम सभी को प्रोत्साहित किया जाता है, लेकिन भविष्य पर सबसे मार्मिक शब्द एलेना पेंटालियो से आए, जो महिलाओं, युवाओं और खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व करने वाली किकबॉक्सिंग चैंपियन हैं। उन्होंने तुलना की कि जिस तरह खेल उपलब्धियाँ तब तक हासिल नहीं होतीं जब तक आप अपने हर काम में दिल और आत्मा नहीं लगाते, हम जलवायु में बदलाव की उम्मीद नहीं कर सकते जब तक कि हम उसपर भी "दिल और आत्मा नहीं लगाते"।
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