यूनिसेफ: लेबनान में युद्ध के कारण अब तक 300,000 बच्चे विस्थापित
वाटिकन न्यूज
यूनिसेफ ने मंगलवार को चेतावनी देते हुए कहा कि हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच लड़ाई में हाल ही में नाटकीय वृद्धि के कारण बच्चों की स्थिति तेजी से बिगड़ रही है, तथा उनकी जरूरतें मानवीय एजेंसियों की जीवनरक्षक सहायता की गति से कहीं अधिक हैं। इसके साथ ही उसने अगले तीन महीनों में 105 मिलियन डॉलर की सहायता राशि की अपील भी की है।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर 2023 की शुरुआत से अब तक लेबनान में 100 से अधिक बच्चे मारे जा चुके हैं, जिनमें से आधे से अधिक मौतें पिछले सप्ताह ही हुई हैं।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष का अनुमान है कि 300,000 से ज़्यादा बच्चे अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं। देश में यूनिसेफ के प्रतिनिधि एदोवार्दो बेगबेडर ने कहा, "शत्रुता में वृद्धि लेबनान के सभी बच्चों के लिए विनाशकारी है।"
एक प्रेस विज्ञप्ति में यूनिसेफ ने कहा कि पिछले सप्ताह उसने संकट से प्रभावित बच्चों और परिवारों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने कार्यों को काफी हद तक बढ़ा दिया है।
लेबनान में जरूरतों का पैमाना बहुत ज्यादा
लेबनान सरकार के साथ मिलकर काम करते हुए, यूनिसेफ और उसके साझेदारों ने दक्षिण लेबनान, बेरूत, माउंट लेबनान, उत्तरी लेबनान, बेका और बालबेक-हर्मेल प्रांतों में 200 से ज्यादा सामूहिक आश्रयों में 50,000 से ज्यादा लोगों तक पहुँच बनाई है। यूनिसेफ ने आश्रयों में रहनेवाले परिवारों को पीने का पानी, गद्दे, स्लीपिंग बैग, कंबल, स्वच्छता किट, गरिमा और शिशु किट एवं स्वास्थ्य, बाल संरक्षण, पोषण और मनोवैज्ञानिक सहायता सेवाओं का प्रावधान किया है।
सितंबर में, यूनिसेफ ने गंभीर कमी का सामना कर रहे अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं को लगभग 100 टन आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति प्रदान की। आनेवाले दिनों में आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों और घायलों का इलाज करनेवाले अस्पतालों की सहायता के लिए आवश्यक दवाओं और आपातकालीन स्वास्थ्य किट सहित अतिरिक्त चिकित्सा आपूर्ति वितरित की जाएगी।
हालांकि, लेबनान में जरूरत का पैमाना और गति बहुत ज्यादा है। श्री बेगबेडर ने कहा, "यूनिसेफ को अपनी प्रतिक्रिया को बनाए रखने और उसका विस्तार करने के लिए तत्काल सहायता की आवश्यकता है।"
शत्रुता को तत्काल समाप्त करने के आह्वान को दोहराते हुए यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने फिर से सभी पक्षों से "बच्चों और नागरिक बुनियादी ढांचे की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि मानवीय कार्यकर्ता अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत दायित्वों के अनुसार जरूरतमंद सभी लोगों तक सुरक्षित रूप से पहुँच सकें।"
भविष्य के लिए आशंकाएँ
पहले से ही अभूतपूर्व सामाजिक-आर्थिक और संस्थागत मंदी से जूझ रहे देश में तबाही और जान-माल की हानि के अलावा, इस्राएल और हिज़्बुल्लाह के बीच संघर्ष के बढ़ने के दीर्घकालिक परिणामों के बारे में भी गहरी चिंताएँ हैं। यह बात लेबनान में लातिनी काथलिक कलीसिया के प्रेरितिक विकर बिशप सीज़र एसेयान ने कही।
"हम आज के लिए समाधान तो खोज सकते हैं, लेकिन जोखिम यह है कि हम कल के युद्धों के लिए उपजाऊ जमीन तैयार कर रहे हैं।"
उन्होंने काथलिक एजेंसी एसआईआर से कहा, "हमारा डर सिर्फ आज के लिए नहीं बल्कि हमारे भविष्य के लिए भी है।" बिशप एसेन ने चेतावनी दी, "हम ऐसे लोगों को तैयार कर रहे हैं जो गहरी नफरत पाल रहे हैं, इस तरह कल के युद्धों के लिए उपजाऊ जमीन तैयार कर रहे हैं।" "हम कई युवाओं के भविष्य को बंधक बना रहे हैं जो आज सिर्फ़ कल बदला लेने का सपना देखते हैं।" उन्होंने कहा, यही कारण है कि, "युद्ध को अभी ही रोकना चाहिए ताकि यह कल और भी ज्यादा हिंसक, ज्यादा क्रूर, ज्यादा बेतुके तरीके से न उभरे।" हालाँकि, ऐसा करने के लिए, "हमें सभी को रुकना चाहिए और अपनी मानवता को फिर से खोजना चाहिए, जिसे हम किसी अज्ञात हित के नाम पर दिन-ब-दिन खो रहे हैं।"
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