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संत पापा पाटो से मिलते हैं जिनकी पत्नी और बेटी की रेगिस्तान में मृत्यु हो गई। संत पापा पाटो से मिलते हैं जिनकी पत्नी और बेटी की रेगिस्तान में मृत्यु हो गई।  (ANSA)

संत पापा ने ट्यूनीशिया-लीबिया रेगिस्तान के प्रवासियों को सांत्वना दी

संत पापा फ्राँसिस ने कैमरून के एक प्रवासी पाटो से मुलाकात की, जिसने पिछले जुलाई में लीबिया और ट्यूनीशिया के बीच रेगिस्तान में अपनी पत्नी मैटिला और बच्ची मेरी को खो दिया।

वाटिकन न्यूज़

वाटिकन सिटी, शनिवार 18 नवम्बर 2023 : वाटिकन प्रेस कार्यालय ने नोट किया कि शुक्रवार दोपहर को संत पापा फ्राँसिस ने अपने निवास कासा सांता मार्था में, फादर मत्तिया फेरारी के साथ एमबेंग्यू न्यिम्बिलो क्रेपिन (जिन्हें पाटो के नाम से जाना जाता है) से मुलाकात की।  फादर मत्तिया भूमध्यसागरीय बचाव संघ के चैपलिन के रूप में कार्य करते हैं, कई बचाव अभियानों में भी सहायता करते हैं। बैठक में प्रवासियों का एक समूह, शरणार्थियों की सहायता करने वाले संगठनों के लिए काम करने वाले, साथ ही समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने वाले विभाग के प्रीफेक्ट कार्डिनल माइकेल चरनी शामिल थे।

पत्रकारों को दी गई विज्ञप्ति में याद दिलाया गया कि इस साल जुलाई में ट्यूनीशियाई अधिकारियों द्वारा लीबिया और ट्यूनीशिया के बीच रेगिस्तान में रोके जाने और वापस लौटने के बाद पाटो ने अपनी पत्नी और छह साल की बेटी को खो दिया। संत पापा फ़्राँसिस ने उनकी मार्मिक और दुखद कहानी सुनी, साथ ही उन हजारों लोगों की दर्दनाक कहानियों के बारे में भी सुना जो यूरोप पहुंचने का प्रयास करते समय मार्ग में पीड़ा सही।

संत पापा द्वारा स्वागत किये जाने के लिए समूह ने अपना आभार व्यक्त किया। विशेष रूप से, विज्ञप्ति में कहा गया कि, उत्तरी अफ्रीका में हिरासत शिविरों में कैदियों की सहायता में लगे दक्षिण सूडान के डेविड ने संत पापा को उनके प्रोत्साहन और प्रवासियों की ओर से बोलने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "आप न केवल हमें एक सपना देते हैं, बल्कि हमारा स्वागत भी करते हैं।"


संत पापा फ्राँसिस ने उनका अभिवादन कर उनकी कहानियाँ सुनने के बाद, पाटो से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी पत्नी और बेटी के लिए "बहुत प्रार्थना की"। उन्होंने उन सभी को उनकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद दिया, साथ ही यह भी याद दिलाया कि ऐसी जगहों पर पैदा होना जहां कोई पढ़ सकता है और काम कर सकता है, यह एक विशेषाधिकार है और "आप जो करते हैं वह कुछ और नहीं है, यह एक कर्तव्य है।"

अंत में, विदाई देने से पहले, संत पापा ने उपस्थित लोगों के लिए प्रार्थना की और प्रभु से उन लोगों पर नज़र रखने के लिए कहा जो "दूसरों के लिए काम करते हैं।" वे उन लोगों पर नज़र रखें जो आने में असमर्थ हैं, नज़रबंदी शिविरों में बंद लोगों पर और "बहुत से लोग जो पीड़ित हैं।"

कैमरून के एक प्रवासी पाटो और प्रवासियों के एक समूह से संत पापा फ्राँसिस की मुलाकात

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18 November 2023, 16:06